तंबाकू विरोधी अभियान: क्यों जरूरी है और आप कैसे मदद कर सकते हैं
धूम्रपान भारत में सालों से स्वास्थ्य का बड़ा खतरा रहा है। हर साल लाखों लोग बीमारियों या समय से पहले मौत के कारण इससे जुड़ी समस्याओं से प्रभावित होते हैं। सरकार, NGOs और नागरिक मिलकर तंबाकू विरोधी अभियान चलाते हैं ताकि यह संख्या घटे। अगर आप भी इस बदलाव में भाग लेना चाहते हैं तो नीचे बताए गए सरल कदमों को अपनाएँ।
अभियान के मुख्य कदम
सबसे पहले, नीति स्तर पर सख्त नियम बनाए जा रहे हैं। तंबाकू पर उच्च कर, पैकेजिंग पर बड़े चेतावनी चित्र और सार्वजनिक जगहों में धूम्रपान प्रतिबंधित करना ये सब रोज़मर्रा की जिंदगी में बदलाव लाते हैं। साथ ही स्कूल‑कॉलेज में छात्रों को शुरू से ही जागरूक किया जाता है कि सिगरेट कैसे शरीर को नुकसान पहुँचाती है। टीवी, रेडियो और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर विज्ञापन भी धूम्रपान के नकारात्मक प्रभाव दिखाते हैं, जिससे युवा वर्ग में आकर्षण घटता है।
दूसरा महत्वपूर्ण पहलू हेल्पलाइन और कैंसर‑रहित जीवन के लिए मुफ्त काउंसलिंग सेवाएँ हैं। कई राज्य सरकारें ‘मुक्ति’ नामक टोल‑फ्री नंबर चलाती हैं जहाँ प्रशिक्षित विशेषज्ञ धूम्रपान छोड़ने की योजना बनाते हैं, निकोटीन रिप्लेसमेंट थैरेपी की सलाह देते हैं और निरंतर समर्थन प्रदान करते हैं। यह व्यक्तिगत मदद अक्सर सफल quitting का कारण बनती है।
व्यक्तिगत स्तर पर धूम्रपान से बचने की आसान तरकीबें
यदि आप खुद या अपने किसी परिचित को छोड़ना चाहते हैं, तो छोटे‑छोटे कदम बड़ी मदद करते हैं। एक निर्धारित दिन चुनें और उस दिन से पूरी तरह सिगरेट न लें। साथ ही, च्युइंग गम या निकोटीन पैच जैसे विकल्प इस्तेमाल करें ताकि निकोटीन की लत धीरे‑धीरे कम हो। तनाव के समय में चलना, योग या ध्यान करने से मन शांत रहता है और धूम्रपान की इच्छा घटती है।
परिवार और दोस्तों का सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण है। जब आप किसी को छोड़ते देखे तो उनका उत्साह बढ़ाएँ, उनके साथ स्वास्थ्य‑मित्र खेलें या साफ हवा में पिकनिक रखें। यह सामाजिक समर्थन quitting प्रक्रिया को आसान बनाता है। अगर कभी वापस गिरने की भावना आए, तो याद रखिए कि एक दो दिन का असफलता पूरे लक्ष्य को नहीं बिगाड़ती—सही योजना और निरंतर प्रयास से फिर से शुरू कर सकते हैं।
अंत में, यह समझना जरूरी है कि तंबाकू विरोधी अभियान केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की भूमिका भी है। छोटे‑छोटे जागरूकता कार्य—जैसे सिगरेट पैकेज पर चेतावनी दिखाना या सार्वजनिक स्थानों में धूम्रपान न करने का उदाहरण देना—समाज को स्वस्थ बनाता है। यदि आप इस आंदोलन में सक्रिय होते हैं, तो न केवल अपनी सेहत बचाते हैं, बल्कि कई लोगों की ज़िंदगियों में बदलाव लाते हैं।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2024 पर, केंटकी विश्वविद्यालय युवाओं की भूमिका को तंबाकू उपयोग रोकने में महत्वपूर्ण मानता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 13 से 15 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 37 मिलियन युवा विश्वभर में तंबाकू का उपयोग करते हैं। इस वर्ष का विषय 'तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बच्चों की रक्षा' है।