Lord's में टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज: दिलीप वेंगसरकर से KL राहुल तक

Lord's: हर भारतीय बल्लेबाज का सपना
क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले Lord's मैदान पर किसी भी बल्लेबाज के लिए शतक लगाना एक सपना होता है। इस ऐतिहासिक मैदान पर शतक जमाने वाले खिलाड़ियों का नाम ‘Honours Board’ पर अंकित किया जाता है, जो किसी भी क्रिकेटर के लिए गौरव की बात है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में अब तक बहुत कम खिलाड़ी इस उपलब्धि को हासिल कर पाए हैं।
1952 में वीनू मांकड़ ने पहली बार Lord's की धरती पर 184 रनों की धमाकेदार पारी खेली। तब से लेकर अब तक सिर्फ 10 भारतीय बल्लेबाज ऐसे हैं, जिन्होंने यहां टेस्ट में शतक लगाया है।

दिलीप वेंगसरकर: लॉर्ड्स के असली हीरो
दिलीप वेंगसरकर का जिक्र आने पर Lord's का नाम खुद-ब-खुद जुड़ जाता है। वे यहां शतक लगाने वाले पहले नहीं, लेकिन सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय हैं। 1979, 1982 और 1986—लगातार तीन बार उन्होंने लॉर्ड्स में सेंचुरी ठोकी। ग़ौरतलब है कि किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने इस मैदान पर इतने शतक नहीं लगाए। 1986 की उनकी पारी ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम रोल निभाया।
2002 में राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने भी Lord's टेस्ट में शतक का स्वाद चखा। द्रविड़ की धैर्यभरी पारी के साथ गांगुली का धमाकेदार डेब्यू शतक आज भी यादगार है—उसी मैच में भारत ने पहली बार लॉर्ड्स पर जीत दर्ज की।
- वीनू मांकड़ (184 रन, 1952): एक ऑलराउंडर की दमदार मिसाल।
- दिलीप वेंगसरकर (103, 157, 102*): लॉर्ड्स के बादशाह।
- राहुल द्रविड़ (2002): ‘द वॉल’ का क्लास।
- सौरव गांगुली (2002): डेब्यू टेस्ट में शानदार शतक।
- वीरेंद्र सहवाग: तूफानी अंदाज़ में शतक।
- सचिन तेंदुलकर: क्रिकेट के भगवान का ऐतिहासिक शतक।
- अजिंक्य रहाणे (2014): धैर्य भरी शानदार पारी, भारत की दूसरी जीत में अहम भूमिका।
- विराट कोहली (2018): इंग्लिश कंडीशंस में कप्तान की महारत का परिचय।
- KL राहुल: नए दौर में टीम के विश्वसनीय ओपनर का जलवा।
- चेतेश्वर पुजारा: टेस्ट में भरोसेमंद बल्लेबाज की अहम पारी।
1990 के टेस्ट में रवि शास्त्री (100) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (121) ने भी शतक का जश्न मनाया, हालांकि वह मुकाबला भारत हार गया। इसी मैच में एक साथ कई भारतीय शतक बने, जो रिकॉर्ड के लिहाज से कमाल रहा।
अब KL राहुल जैसे खिलाड़ी इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। हर बार जब भारतीय टीम Lord's पर उतरती है तो Honours Board की चमक बढ़ाने की उम्मीदें नई ऊर्जा के साथ जुड़ जाती हैं। भारत अब तक लॉर्ड्स में 1986, 2014 और 2021 में तीन बार टेस्ट विजेता बन चुका है, और हर जीत का सफर नए सितारों का जन्म देता है।
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