जब आप मौसम चेतावनी, वर्तमान या आशयित मौसम स्थितियों के कारण संभावित जोखिम को बताने वाला आधिकारिक संकेत. इसे अक्सर Weather Alert कहा जाता है, यह नागरिकों को समय पर बचाव कदम उठाने में मदद करता है। भारत में ये अलर्ट मुख्य रूप से मौसम विभाग, संबंधित सरकारी एजेंसी जो मौसम के आंकड़े इकट्ठा करके भविष्यवाणी बनाती है द्वारा जारी किए जाते हैं। जब डिप्रेशन, बाढ़ या तेज़ हवाओं जैसी प्राकृतिक आपदा, किसी क्षेत्र में मानव जीवन या संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाली गंभीर मौसम घटना की आशंका होती है, तो विभाग तुरंत सतर्कता संदेश भेजता है। यह प्रक्रिया लोगों को तैयारी का समय देती है और संभावित नुकसान को घटाती है।
सतर्कता के बिना कोई भी चेतावनी व्यर्थ है; इसलिए मौसम चेतावनी का मुख्य फोकस लोगों को समय पर आपदा प्रबंधन, विविध निकाय और नागरिकों द्वारा जोखिम कम करने की संयुक्त प्रक्रिया में सक्रिय बनाना है। मौसम चेतावनीसमाहित करती हैमौसम विभाग की वैज्ञानिक भविष्यवाणियों को, जिससे प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके। दूसरी ओर, सतर्कताआवश्यक बनाती है नागरिकों को स्थानीय निर्देशों और सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए, जबकि आपदा प्रबंधनसुदृढ़ करता है सरकारी और निजी दोनों संसाधनों को आपसी सहयोग से। इन सभी कनेक्शनों से पता चलता है कि एक विश्वसनीय मौसम चेतावनी जीवन बचाने में कितना अहम भूमिका निभा सकती है।
अब आप समझ गए होंगे कि मौसम चेतावनी, मौसम विभाग, प्राकृतिक आपदा, सतर्कता और आपदा प्रबंधन कैसे एक-दूसरे से जुड़े हैं और क्यों इन्हें नज़र में रखना जरूरी है। नीचे आपको इस टैग में शामिल विभिन्न लेख, अपडेट और विशेषज्ञ राय मिलेंगी, जो आपके दैनिक जीवन में मौसम संबंधी निर्णयों को आसान बनाएँगी। पढ़ते रहें, तैयार रहें और सुरक्षित रहें।
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