इंडियन आर्मी फुटबॉल टीम – इतिहास, अपडेट और कैसे फ़ॉलो करें
क्या आप जानते हैं कि भारतीय सेना की फुटबॉल टीम ने खेल जगत में भी कई रंग बिखरे हैं? यह टीम सिर्फ एक सैन्य यूनिट नहीं है, बल्कि देश के युवा खिलाड़ियों को प्लेटफ़ॉर्म देती है। अगर आप इस टीम के बारे में नई‑नई जानकारी चाहते हैं तो आगे पढ़िए।
इतिहास और उपलब्धियां
इंडियन आर्मी फुटबॉल टीम की शुरुआत 1940 के दशक में हुई थी, जब भारतीय सेना ने खेल को शारीरिक फिटनेस का हिस्सा माना। शुरुआती दौर में स्थानीय टूर्नामेंटों में भाग लेकर उन्होंने धीरे‑धीरे अपना नाम बनाया। 1970 और 80 के दशकों में टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर कई बार फाइनल तक पहुंची, विशेषकर सॉर्बन कप और इण्डियन एरियाल ट्रॉफी में।
सबसे बड़ी जीत 1995 में आई जब उन्होंने इन्डियन आर्मी टूरनामेंट को एकदम साफ़‑सुथरे प्रदर्शन से जीता था। उस टूर्नामेंट में उनके फॉरवर्ड ने 8 गोल किए और टीम ने शून्य पर शून्य रखकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत के बाद कई खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में चुनाए गए, जैसे कि लल्लू सिंह और रजत कुमार।
वर्तमान टीम और मैच शेड्यूल
आजकल इंडियन आर्मी फुटबॉल टीम में युवा प्रतिभा का मिश्रण है। कप्तान अजय वर्मा ने 2022 के बाद से टीम को नई ऊर्जा दी है। उनका सबसे भरोसेमंद डिफेंडर रवीन्द्र पाटिल है, जबकि स्ट्राइकर राजेश गुप्ता गोल बनाने में माहिर हैं। इस साल उन्होंने ग्रैफ़िन टुर्नामेंट में क्वार्टर फ़ाइनल तक पहुंचा और फैंस को रोमांचक खेल दिखाया।
मैच शेड्यूल जानने के लिए आप साउंड्रा की “स्पोर्ट्स” सेक्शन में लाइव अपडेट देख सकते हैं। आम तौर पर टीम के मैच हर महीने दो‑तीन बार होते हैं, अक्सर सेना अकादमी या राष्ट्रीय स्टेडियम में। यदि आपके पास मोबाइल है तो ‘साउंड्रा ऐप’ डाउनलोड करके पुश नोटिफ़िकेशन सेट कर लें; इससे आपको हर स्कोर और हाइलाइट तुरंत मिल जाएगी।
फैन क्लबस भी सक्रिय हैं—बैंकरपुर, लखनऊ और कोलकाता में स्थानीय समूह नियमित रूप से मैच देखने के लिए इकट्ठा होते हैं। आप सोशल मीडिया पर #ArmyFootball टैग का उपयोग करके फोटोज़ और वीडियो शेयर कर सकते हैं। इससे टीम को अतिरिक्त समर्थन मिलता है और आपके जैसे फैन भी जुड़ते रहते हैं।
यदि आप खुद खेल में शामिल होना चाहते हैं तो सेना के खुले चयन प्रक्रिया की जानकारी आधिकारिक साइट पर मिल जाएगी। अक्सर डिस्कवरी कैंप आयोजित होते हैं जहाँ उम्र 18‑25 वर्ष के खिलाड़ियों को ट्रायल दिया जाता है। चयनित होने पर आपको बेहतर प्रशिक्षण सुविधाएं और राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलता है।
तो अब जब आप इंडियन आर्मी फुटबॉल टीम की इतिहास, वर्तमान और फॉलो करने के तरीके जान चुके हैं, तो अगला कदम उठाइए—मैच देखिए, अपडेट फ़ॉलो कीजिए और अगर चाहें तो खुद भी इस टीम का हिस्सा बनिए। साउंड्रा पर हर नया खबर मिलती रहती है, इसलिए बार‑बार चेक करना न भूलें!
इंडियन आर्मी ने लद्दाख एफसी को 4-2 से हराकर जबरदस्त वापसी की, लेकिन क्वार्टरफाइनल टिकट नहीं मिला। 0-2 से पिछड़ने के बाद दूसरे हाफ में चार गोल हुए। ग्रुप C में 6 अंक और +2 गोल डिफरेंस के साथ टीम सर्वश्रेष्ठ दूसरे स्थान वाली टीमों में पांचवें नंबर पर रही। केवल शीर्ष चार रनर-अप और छह ग्रुप विजेता नॉकआउट में पहुंचे।