UAE वीज़ा नीति कड़ी, कुवैत ने पाकिस्तानी वीज़ा प्रतिबंध हटाया

UAE वीज़ा नीति कड़ी, कुवैत ने पाकिस्तानी वीज़ा प्रतिबंध हटाया

UAE की कड़ी वीज़ा शर्तें

जून 2025 में लागू हुई UAE वीज़ा नीति ने पाकिस्तानी आवेदकों के लिए कई नए दस्तावेज़ों की मांग की। अब पाँच‑साल की मल्टी‑एंट्री वीज़ा के लिए रूड़े‑राउंड‑ट्रिप एअरलाइन टिकट, होटल बुकिंग या अन्य आवास प्रमाण, और जहाँ लागू हो वहाँ प्रॉपर्टी का स्वामित्व दस्तावेज़ देना अनिवार्य है। इसके अलावा, AED 3,000 की रिफ़undable सिक्योरिटी जमा भी जमा करनी होती है।

ये सभी शर्तें वीज़ा प्रोसेसिंग समय को 30 दिनों से बढ़ाकर 60-90 दिन तक ले आई हैं, जिससे कई यात्रियों को असुविधा हुई। यूएई दूतावास ने स्पष्ट किया है कि यह बदलाव दस्तावेज़ी जालसाज़ी को रोकने और यात्रा योजनाओं की सटीकता बढ़ाने के लिए है, न कि किसी राष्ट्रीयता के प्रति भेदभाव।

नए नियमों के कारण कई कार्यस्थल और पर्यटन एजेंसियों ने अपने क्लाइंट्स के लिए अतिरिक्त सहायता सेवाएं शुरू कर दीं, जैसे कि रिफ़ंडेबल सिक्योरिटी की ट्रैजेक्टरी को आसान बनाना और ऑनलाइन डॉक्यूमेंट अपलोड सिस्टम को तेज करना।

कुवैत के वीज़ा प्रतिबंध में बदलाव

कुवैत के वीज़ा प्रतिबंध में बदलाव

यूएई की कड़ी शर्तों के साथ, कुवैत ने एक बड़ा कदम उठाया। मई 2025 में कुवैत ने 19 साल से चल रहे पाकिस्तानी, इरानी, सीरियाई और अफगान वीज़ा बैन को हटाया। यह फैसला सुरक्षा चिंताओं को दूर करने और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की इच्छा से लिया गया।

अब पाकिस्तानी नागरिक वर्क, फॅमिली, बिज़नेस और टूरिस्ट वीज़ा के लिए कुवैत में सीधे आवेदन कर सकते हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस कदम को ‘सुविधा के नए युग’ कहा और अगस्त 15, 2025 तक सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने की अंतिम तिथि निर्धारित की। प्रमुख नौकरी प्रोफाइल में वेयरहाउस सुपरवाइज़र, कोऑर्डिनेटर, कारपेंटर और ड्राइवर शामिल हैं।

कुवैत में रोजगार के अवसर फिर से खुलने से दोनों देशों के बीच रेमिटेंस का प्रवाह बढ़ेगा। वर्तमान में लगभग 1.7 मिलियन पाकिस्तानी यूएई में रहते हैं; कुवैत में भी संभावित प्रवासियों की संख्या घट-घट कर दर्जनों हजार की उम्मीद है।

इन दोनों देशों के साथ-साथ, यूएई ने अफगानिस्तान, लिबिया, यमन, सोमालिया, लेबनान, बांग्लादेश, कैमरोन, सूडान और युगांडा के लिए पर्यटन व वर्क वीज़ा को स्थगित कर दिया है, जबकि पाकिस्तान इस सूची से बाहर रहा। यह असमानता दर्शाती है कि क्षेत्रीय सुरक्षा और मानदंडों को किस तरह विभिन्न राष्ट्रीयताओं के लिए अलग-अलग लागू किया जाता है।

पर्यटकों और कार्यबल के लिए यह नए नियम स्पष्टता और चुनौतियों दोनों लेकर आए हैं। जबकि कुवैत के कदम ने आशा की किरण दिखायी, यूएई की कड़ी वीज़ा शर्तें तत्काल वास्तविक बाधा बनकर सामने आई हैं। दोनों देशों के बीच चल रहे राजनयिक वार्तालापों से भविष्य में और संतुलित नीतियों की उम्मीद की जा रही है।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।