NEET PG परीक्षा स्थगित, पेपर लीक विवाद के बीच UG रीटेस्ट का आयोजन

NEET PG परीक्षा स्थगित, पेपर लीक विवाद के बीच UG रीटेस्ट का आयोजन

NEET PG परीक्षा स्थगित, NEET UG रीटेस्ट का आयोजन

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा पोस्टग्रेजुएट (NEET PG) की परीक्षा जो पहले 23 जून, 2024 को आयोजित की जानी थी, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्थगित कर दी गई है। नई परीक्षा तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी। इस खबर से परीक्षार्थियों और उनके माता-पिता में चिंता की लहर दौड़ गई है, क्योंकि परीक्षा की तैयारी में काफी समय और संसाधन लगते हैं।

प्रमुख कारण और विवाद

इससे संबंधित एक और घटना में, NEET UG परीक्षा 2024 में अनियमितताओं की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा की जा रही है। असल में, इस परीक्षा में पेपर लीक होने की खबरें आने के बाद छात्रों और अभिभावकों में भारी आक्रोश देखने को मिला। इस कारण से, चिकित्सा शिक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। इसके समाधान के लिए, शिक्षा मंत्रालय ने इस मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं।

UG रीटेस्ट और नए निदेशक की नियुक्ति

उच्च स्तर की जांच और परीक्षा की सटीकता बनाए रखने के लिए, आज 7 केंद्रों पर NEET UG परीक्षा का रीटेस्ट कराया जा रहा है। परीक्षा के आयोजन और संचालन के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा नए महानिदेशक की नियुक्ति की गई है। नई नियुक्ति का उदेश्य परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना है।

कैलिब्रेशन और तैयारी

छात्रों और अभिभावकों ने इन घटनाओं के बाद परीक्षा प्रणाली में सुधार और अधिक पारदर्शिता की मांग की है। परीक्षा प्रणाली में हर प्रकार के भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को मिटाने के लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है, ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रह सके। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय और परीक्षा बोर्डों को एक संयुक्त प्रयास के तहत काम करना होगा।

भविष्य की दिशा

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय ने इन सभी घटनाओं को गंभीरता से लिया है और आने वाले समय में परीक्षाओं के आयोजन में सुधार के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया है। यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि देश की शिक्षा प्रणाली पारदर्शी, विश्वसनीय और निष्पक्ष हो सके। छात्रों का भरोसा जीतना अब सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

आगे की जानकारी के लिए, परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइटों और सूचनाओं पर नजर बनाए रखें। नवीनतम समाचार और जानकारी सीधे संबंधित अधिकारियों द्वारा जारी की जाएगी।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Swami Saishiva

ये सब बकवास फिर से शुरू हो गई? पेपर लीक का एक नंबर नहीं, पूरा सिस्टम टूट चुका है। CBI आया तो अब बच गए लोग बस। 😒

Swati Puri

इस स्थिति में रीटेस्ट करना एक आंशिक समाधान है, लेकिन लंबे समय तक सुधार के लिए NTA के गवर्नेंस मॉडल में अंतर्निहित अनियमितताओं को ठीक करना जरूरी है। टेस्ट सेंटर सिक्योरिटी, इंविजिलेशन प्रोटोकॉल, और डेटा एन्क्रिप्शन को रिवाइज करना पड़ेगा।

megha u

CBI आया तो सब ठीक हो जाएगा? 😏 ये सब नाटक है... पेपर लीक हुआ तो भी किसी को जेल नहीं जाना... सब बस नए निदेशक का नाम बदल देते हैं और फिर से शुरू।

pranya arora

हम सिर्फ एग्जाम की बात कर रहे हैं, लेकिन असली सवाल ये है कि हमारी सिस्टम में एक छात्र की क्षमता को कैसे नापना चाहिए? क्या एक बहुविकल्पीय प्रश्न पत्र वास्तविक चिकित्सक की क्षमता को दर्शा सकता है? शायद हमें बदलाव की दिशा में सोचना चाहिए।

Arya k rajan

मैं जानता हूँ ये सब बहुत तनाव वाला है, लेकिन थोड़ा शांत रहो। रीटेस्ट हो रहा है, नया निदेशक आया है, ये अच्छे संकेत हैं। अभी तक जो लोग तैयारी कर रहे हैं, उनकी मेहनत बर्बाद नहीं होगी।

Sree A

रीटेस्ट 7 सेंटर्स पर हो रहा है? ये बहुत कम है। अगर लीक हुआ तो ये जांच तो बहुत सीमित है। टेस्ट फॉर्मेट में रैंडमाइजेशन और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी है।

DEVANSH PRATAP SINGH

इस बार नियम बनाने वाले खुद नियम तोड़ रहे हैं। अगर एक बार भरोसा टूट गया तो फिर से बनाना बहुत मुश्किल है। लेकिन अगर अब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई तो ये सिर्फ एक टेम्पररी फिक्स है।

SUNIL PATEL

किसी के बच्चे के लिए ये एग्जाम जिंदगी बदल देता है। और आप इतने आराम से बात कर रहे हैं? ये सिस्टम बर्बाद हो चुका है। जिन लोगों ने लीक किया, उन्हें जेल भेजो। नहीं तो ये अभियान बस नाटक है।

Avdhoot Penkar

लीक हुआ? तो क्या? अब तो सब लोग चालाक हैं। अगर तुम नहीं चाहते कि कोई लीक करे तो पेपर बनाने वाले को भी बंद कर दो 😂

Akshay Patel

इस देश में जब तक लोग बेवकूफ बने रहेंगे, तब तक ये बकवास चलती रहेगी। अगर हम अपने बच्चों के भविष्य की बात कर रहे हैं, तो इस बार बर्बरी नहीं, न्याय होना चाहिए। अगर ये लोग अपनी गलतियों के लिए जिम्मेदार नहीं हुए, तो ये सिस्टम हमेशा टूटता रहेगा।