ऋषभ पंत की चोट: भारत बनाम न्यूज़ीलैंड टेस्ट में खेल से बाहर होने की आशंका

ऋषभ पंत की चोट: भारत बनाम न्यूज़ीलैंड टेस्ट में खेल से बाहर होने की आशंका

भारतीय क्रिकेट टीम के प्रतिभाशाली विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन एक गंभीर चोट का सामना किया। जब मैच का दूसरा दिन शाम के सत्र की शुरुआत में प्रवेश किया तो रवींद्र जडेजा ने एक फ्लैट गेंद फेंकी जिसे बल्लेबाज डेवोन कॉनवे समझ नहीं पाए। इस कठिन स्थिति में पंत गेंद को पकड़ने में असमर्थ थे और गेंद उनके दाएँ घुटने पर जा लगी। यह वही घुटना था जिसकी जनवरी 2023 में सर्जरी की गई थी, जो दिसंबर 2022 के एक गंभीर सड़क दुर्घटना के बाद की गई थी। चोट के तुरंत बाद पंत मैदान पर ही गिर पड़े और दर्द में कराहते दिखाई दिए।

टीम के फिजियो और सहयोगी स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए पंत को मैदान से बाहर निकाला। इस बीच, ध्रुव जुरेल ने उनकी जगह विकेटकीपिंग का जिम्मा संभाला। उनके इस चोट ने भारतीय खेमे में चिंता भर दी, खासकर तब जब भारत के रन बोर्ड पर 46 के दुखद स्कोर के साथ दूसरी पारी में 180 रनों के जवाब में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज मजबूती से खड़े थे।

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस से बातचीत में पंत की चोट के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पंत के घुटने में सूजन है और मांसपेशियों में कोमलता भी महसूस हो रही है। इस स्थिति को देखते हुए रोहित ने बताया कि पंत को दोबारा मैदान पर उतारने में टीम बहुत सावधानी बरतेगी। उन्होंने आशा जताई कि एक रात के आराम के बाद पंत की स्थिति में सुधार होगा और वह जल्दी ही फिर से मैदान पर लौट सकेंगे।

ऋषभ पंत के लिए चोटें नई नहीं हैं, लेकिन यह एक गंभीर दुर्घटना के बाद का मामला होने के कारण इसका प्रभाव अधिक गहरा है। टीम को चिंता है कि कहीं यह चोट उनके करीयर पर दीर्घकालिक प्रभाव ना डाले। इसलिए, चिकित्सकीय सहायता और सही देखभाल के साथ टीम उनके स्वस्थ्य की पुरजोर कोशिश कर रही है। दर्शकों और प्रशंसकों की दुआएँ भी पंत के साथ हैं कि वह जल्द स्वस्थ होकर अपनी शानदार बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग के लिए तैयार हो सकें।

मैच की बात करें तो न्यूज़ीलैंड की टीम एक मजबूत स्थिति में नजर आ रही है। वे भारत के 46 रनों की जवाब में 180 पर 3 विकेट खोकर खेल रहे हैं। अगर पंत की स्थिति में तेजी से सुधार नहीं होता है तो भारतीय टीम की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। ऐसे में टीम का मनोबल ऊँचा रखने के लिए अन्य खिलाड़ियों को अधिक जिम्मेदारी उठाने की जरूरत होगी।

यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम कैसे पंत के बिना इस चुनौती का सामना करेगी। आने वाले दिनों में उनके स्वास्थ्य की स्थिति क्या होगी और टीम के आगे के रणनीतियाँ कैसे रूप लेंगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

द्वारा लिखित सुनन्दा सिंह

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।