पेरिस 2024 ओलिंपिक्स: निकहत जरीन ने मैक्सी कारिना को हराया, महिला 50 किग्रा बाउट में बनीं विजेता

पेरिस 2024 ओलिंपिक्स: निकहत जरीन ने मैक्सी कारिना को हराया, महिला 50 किग्रा बाउट में बनीं विजेता

पेरिस 2024 ओलिंपिक्स: निकहत जरीन की जीत की कहानी

पेरिस 2024 ओलिंपिक्स में भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन ने एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है। 28 जुलाई को पेरिस के नॉर्थ पेरिस एरीना में हुए इस मुकाबले में उन्होंने जर्मनी की मैक्सी कारिना को मात दी। महिला 50 किग्रा बाउट के राउंड ऑफ 32 मुकाबले में निकहत ने पहले राउंड में थोड़ा संघर्ष किया और उसे स्प्लिट डिसिजन से हारना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपनी संघर्ष भावना को जारी रखा और दूसरे राउंड में शानदार वापसी की।

पहले राउंड में नजारा थोड़ा निराशाजनक था। स्प्लिट डिसिजन से हारने के बाद, निकहत जरीन के लिए यह जीत जरूरी हो गई थी। उनकी प्रतिद्वंदी मैक्सी कारिना ने उन्हें अच्छे से टक्कर दी, और पहले राउंड में बढ़त बनाकर रखी। इसके बाद भी निकहत ने हार नहीं मानी और दूसरे राउंड में खुद को संभाला।

निकहत की ताकत और सामर्थ्य की झलक

दूसरे राउंड में निकहत ने न केवल मजबूत वापसी की बल्कि अपने अनूठे कौशल और ताजगी का परिचय दिया। एक पॉइंट डिडक्शन के बावजूद, उन्होंने अपने धैर्य और मजबूती से मुकाबले को नियंत्रण में लिया। उनके अनुभव और विश्वस्तरीय मुक्केबाजी कौशल ने उन्हें इस महत्वपूर्ण मुकाबले में आगे बढ़ने में मदद की।

निकहत जरीन दो बार की विश्व चैंपियन रह चुकी हैं और उनके करियर की यह जीत एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है। दूसरे राउंड की बढ़त के बाद, उन्होंने मैक्सी कारिना को हारने का मौका नहीं दिया और परिपक्वता के साथ मुकाबले को अपने पक्ष में किया।

आगे का सफर

इस जीत के साथ, निकहत जरीन ने प्री-क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। उनके प्रशंसक और खेल प्रेमियों के लिए यह एक गर्व का क्षण है। पेरिस ओलिंपिक्स में उनकी यह जीत भारतीय बॉक्सिंग के लिए एक नई दिशा और ऊर्जा का प्रतीक है।

निकहत का अगला मुकाबला और भी रोमांचक होगा। आगामी मैच में वे अपनी उत्कृष्टता और आत्मविश्वास के साथ एक बार फिर से अपने चहेते दर्शकों को प्रभावित करने की कोशिश करेंगी।

मुकाबले की लाइव कवरेज

मुकाबले की लाइव कवरेज

भारतीय प्रशंसक पेरिस 2024 ओलिंपिक्स के इस रोमांचक मुकाबले को स्पोर्ट्स 18 नेटवर्क के टीवी चैनलों पर देख सकते हैं। इसके अलावा, जियो सिनेमा पर भी इस ओलिंपिक्स की लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा उपलब्ध है। 26 जुलाई से 11 अगस्त 2024 तक इस महान प्रतियोगिता का आनंद लिया जा सकता है।

निकहत जरीन की जीत भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है। उनकी यह सफलता युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी और आने वाली पीढ़ी को खेल के प्रति समर्पित रहने का संदेश देगी।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Amit Kashyap

भारत की गर्व की बात है ये! निकहत ने जर्मनी की बड़ी बॉक्सर को हराया, ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, भारतीय बॉक्सिंग का नया इतिहास है। अब देखो कैसे वो गोल्ड लाती है!

mala Syari

मैक्सी कारिना का फॉर्म बेहतर था, फिर भी निकहत जीत गई? शायद जज्स ने भारत के लिए फैसला कर दिया। अब ये सब फेक न्यूज़ हैं।

Kishore Pandey

निकहत जरीन की जीत एक व्यवस्थित ट्रेनिंग, अनुशासन और विश्वस्तरीय तकनीक का परिणाम है। इस तरह की जीत को भावनात्मक अभिव्यक्ति से नहीं, विश्लेषण से समझना चाहिए।

Kamal Gulati

हर जीत के पीछे कितने रोते हुए बच्चे होते हैं... निकहत ने अपने सपनों के लिए अपनी जिंदगी दे दी। इस देश में खिलाड़ियों को कोई सम्मान नहीं देता, लेकिन वो फिर भी लड़ती हैं।

Atanu Pan

अच्छा मुकाबला था। निकहत ने दिखाया कि धैर्य और ताकत का संगम क्या कर सकता है। अगला मुकाबला भी देखना होगा।

Pankaj Sarin

जर्मनी वाली ने दो राउंड तक चलाया फिर टूट गई बस निकहत के लिए न्याय हुआ अब बाकी सब बकवास है

Mahesh Chavda

ये जीत भारत के लिए बड़ी बात है... लेकिन देखो ना कि इसके बाद भी कितने खिलाड़ियों को घर पर भूखे छोड़ दिया जाता है। जीत का तो तारीफ हो रही है, पर निवेश कहाँ है?

Sakshi Mishra

हर एक पंच, हर एक चलन, हर एक बारिश के बाद की तरह... निकहत ने अपने अंदर के सारे दर्द, सारे डर, सारी अनदेखी को एक बार फिर से बाहर निकाल दिया। ये सिर्फ एक मैच नहीं, ये एक आत्मा का उठना है।

Radhakrishna Buddha

अरे भाई, ये तो बहुत बढ़िया हुआ! लेकिन सुनो... अगर ये जीत अमेरिका वाली के खिलाफ होती तो क्या इतना जोर से बढ़ाया जाता? नहीं ना? ये देश बाहरी दुश्मन के खिलाफ जीत को बड़ा बनाता है।

Govind Ghilothia

इस जीत का महत्व केवल खेल के बाहर है। यह भारतीय महिलाओं की दृढ़ता, अटूट इच्छाशक्ति और विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धा में भारतीय संस्कृति के अनूठे योगदान का प्रतीक है।

Sukanta Baidya

बाहर जाकर जीतना आसान होता है जब तुम्हारे देश के लोग तुम्हारे लिए चिल्लाते हैं। अब घर पर भी इतना सम्मान दो।

Adrija Mohakul

निकहत के लिए ये जीत सिर्फ एक मेडल नहीं, ये उसकी बहन के लिए भी है जो उसे ट्रेनिंग के लिए पैसे जुटाने के लिए घरेलू काम करती थी। इस जीत के पीछे एक पूरी बारिश है।

Dhananjay Khodankar

कुछ लोग जीत को देखते हैं, कुछ लोग लड़ाई को। निकहत ने लड़ाई को जीता। ये जीत किसी भी उम्र के लिए बताती है कि अगर तुम लड़ोगे, तो दुनिया तुम्हारा इंतज़ार करेगी।

shyam majji

मैच अच्छा था। बाकी सब बहुत ज्यादा बोल रहे हैं।

shruti raj

ये जीत तो बड़ी बात है... लेकिन क्या तुमने कभी सोचा कि इस जीत के बाद निकहत को अगले दिन बस एक बेसिक स्कूल में ट्रेनिंग देनी पड़ेगी? इन सब जीतों के पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है... जो देश के बड़े लोग छिपा रहे हैं।

Khagesh Kumar

अच्छा खेल था। निकहत ने अच्छा किया। अब अगला मुकाबला भी देखो।

Ritu Patel

इस जीत के बाद भी ये देश उसकी तरफ से नहीं देखता। अगर ये जीत बॉलीवुड एक्ट्रेस की होती तो उसका नाम देश भर में चल रहा होता। ये देश सिर्फ फेम चाहता है, नहीं तो असली काम।

Deepak Singh

पहले राउंड में जज्स ने निकहत को गलत फैसला दिया... ये ओलिंपिक्स अब न्याय का नहीं, राजनीति का खेल बन गया है।

Rajesh Sahu

भारत के लिए गर्व की बात है! निकहत ने दुनिया को दिखा दिया कि भारतीय महिलाएं क्या कर सकती हैं! अब ये मेडल देश के नाम चलेगा! जय हिंद! 🇮🇳