ईटीवी नेटवर्क के प्रमुख रामोजी राव का 87 वर्ष की आयु में निधन

ईटीवी नेटवर्क के प्रमुख रामोजी राव का 87 वर्ष की आयु में निधन

रामोजी राव का जीवन और उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ

रामोजी राव का जन्म 1936 में हुआ और उन्होंने अपने जीवनकाल में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं। वे न केवल एक मीडिया बारोन थे बल्कि तेलुगु मीडिया और सिनेमा के एक प्रमुख चेहरा भी थे। एक फिल्म निर्माता, संपादक, और व्यवसायी के रूप में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ हासिल किया।

रामोजी ग्रुप के प्रमुख, रामोजी राव ने दुनिया के सबसे बड़े फिल्म प्रोडक्शन सुविधा, रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना की। यह फिल्म सिटी न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है। रामोजी फिल्म सिटी में अनेक फिल्में और टेलीफिल्म्स बनाई जाती हैं जो विश्वस्तरीय मानकों को पूरा करती हैं।

रामोजी राव का तन्य पत्रकारिता और मीडिया में योगदान

ईएनएडू अखबार के माध्यम से, जो तेलुगु भाषा के सबसे बड़े दैनिक समाचार पत्रों में से एक है, उन्होंने पत्रकारिता में भी अपनी उत्कृष्टता दिखाई। उनका मानना था कि स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता एक सशक्त समाज का निर्माण करती है और इसी विचारधारा के साथ उन्होंने अपने मीडिया साम्राज्य का विस्तार किया।

1980 के दशक में, तेलुगु देसम पार्टी (टीडीपी) की वृद्धि को ईएनएडू अखबार से समर्थन मिला। यह कहा जाता है कि रामोजी राव, एनटी रामाराव और चंद्रबाबू नायडू जैसे प्रमुख आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ करीबी संबंध रखते थे। उन्होंने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से समाज में उचित और सशक्त जानकारी फैलाने का कार्य किया।

फोन और टेलीविज़न उद्योग में योगदान

फोन और टेलीविज़न उद्योग में योगदान

रामोजी राव ने कई फिल्मों और टेलीफिल्म्स का निर्माण किया। उनके इसी योगदान के लिए उन्हें दो फिल्मफेयर पुरस्कार और एक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 2016 में उन्हें पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

यह ध्यान देने योग्य है कि रामोजी राव का निधन तेलुगु मीडिया और फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी मृत्यु से उनके प्रशंसकों, सहयोगियों और उनके व्यापक रूप से स्थापित व्यवसाय में एक गहरा शोक व्याप्त है।

मृत्यु और अंतिम विदाई

रामोजी राव के निधन के पश्चात उनके पार्थिव शरीर को हैदराबाद के मशहूर स्टार अस्पताल से उनके आवास, रामोजी फिल्म सिटी में लाया गया। उनकी अंतिम यात्रा में कई प्रमुख राजनीतिक और फिल्मी हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है। वरिष्ठ बीजेपी नेता जी किशन रेड्डी ने उनकी मृत्यु पर गहरा शोक प्रकट किया और उनके योगदानों की सराहना की।

यह घटना तेलुगु मीडिया और फिल्म उद्योग के लिए अत्यंत संजीवनी साबित हुई है। रामोजी राव का निधन उनके प्रशंसकों, सहयोगियों और उनके द्वारा निर्मित व्यवसाय में अनेक लोगों के लिए बड़े दुख का कारण बना है। सभी के दिलों में उनकी कमी हमेशा खलेगी।

रामोजी राव की विरासत

रामोजी राव की विरासत

रामोजी राव की विरासत में उनकी पत्रकारिता और फिल्म निर्माण में की गई सेवा सदा जीवित रहेंगी। उनके योगदान ने मीडिया और मनोरंजन के क्षेत्र में कयी मील के पत्थर स्थापित किए। उनकी दृष्टि और संकल्पना के साथ, रामोजी फिल्म सिटी और ईएनएडू अखबार जैसे संस्थानों ने उच्चतम मापदंडों को स्थापित किया है।

आज जब हम रामोजी राव को अंतिम विदाई दे रहे हैं, उनकी उपलब्धियों को याद रखकर हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उनके जीवन की यात्रा ने दिखाया कि दृढ़ता, परिश्रम और संकल्पना के साथ कोई भी असंभव नहीं है। रामोजी राव हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे और उनकी यादें और कार्य हमें प्रेरित करते रहेंगे।रामोजी राव जैसे महान व्यक्तित्व का जाना न केवल तेलुगु मीडिया के लिए बल्कि भारतीय पत्रकारिता के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उनके द्वारा किए गए कार्यों को आने वाले समय में भी याद किया जाएगा और उनका नाम इतिहास के पन्नों में सदा के लिए दर्ज रहेगा।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Urvashi Dutta

रामोजी राव ने तेलुगु मीडिया को जिस तरह से दुनिया के स्तर पर पहुँचाया, वो कोई साधारण उपलब्धि नहीं थी। रामोजी फिल्म सिटी तो अब एक ऐतिहासिक स्थान बन गया है - जहाँ एक छोटे से गाँव के लड़के ने अपनी मेहनत और दृढ़ता से एक साम्राज्य बना डाला। मैंने खुद वहाँ फिल्म बनवाई थी, और उनकी टीम की निष्ठा और पेशेवरता का तो दिल छू गया। उनके बिना अब यहाँ का हर फ्रेम कुछ अधूरा लगेगा। ईएनएडू के शुरुआती दिनों में भी उन्होंने जो नैतिकता बरती, वो आज के समय में लगभग खो चुकी है। वो व्यक्ति थे जिन्होंने पत्रकारिता को बिजनेस नहीं, जनता की आवाज बनाया।

Rahul Alandkar

उनकी विरासत को सम्मान देना हम सबका कर्तव्य है। आज के जमाने में जहाँ सब कुछ ट्रेंड के आसपास घूम रहा है, उनकी लगन और स्थिरता को याद करना जरूरी है।

Jai Ram

रामोजी राव जी के लिए बस एक शब्द - अद्वितीय। 🙏
उन्होंने न सिर्फ फिल्में बनाईं, बल्कि एक पीढ़ी को अपने सपनों का एक घर दिया। रामोजी फिल्म सिटी में जितने युवाओं ने अपनी पहली फिल्म शूट की, उनके जीवन बदल गए। उनके निर्माण अभिनेता आज बड़े स्टार हैं - और उनका श्रेय रामोजी राव को ही जाता है। उनकी आत्मा अब भी फिल्म सिटी के हर कोने में बसी है। जय रामोजी राव।

Vishal Kalawatia

अरे भाई, ये सब बकवास है। एक आदमी ने फिल्म सिटी बनाई और अब उसके लिए रो रहे हो? तुम लोगों को पता है उसने कितने लोगों की ज़िंदगी बर्बाद की? उसकी फिल्मों में तो सिर्फ नायक-नायिका का प्यार था, जिससे युवा लड़के-लड़कियाँ बेकार के सपने देखने लगे। और ईएनएडू? वो तो टीडीपी का फैंसी प्रचार था। अब तो भारत के लिए ऐसे लोगों की जरूरत नहीं, जो राजनीति को फिल्मों में छिपाते हैं।

Kirandeep Bhullar

अगर तुम रामोजी राव को एक व्यक्ति के रूप में देखोगे, तो वो एक अद्भुत व्यक्ति थे। लेकिन अगर तुम उनके प्रणालीगत प्रभाव को देखो - तो वो एक निर्माणकर्ता थे जिन्होंने तेलुगु भाषा को एक व्यावसायिक उत्पाद में बदल दिया। उन्होंने संस्कृति को नहीं, बल्कि ब्रांडिंग को बढ़ाया। उनकी मृत्यु एक अंत है, लेकिन वो अंत जो एक व्यापारी के लिए है - न कि एक विचारक के लिए। आज भी तुम उनके नाम के नीचे फिल्में बना रहे हो, लेकिन उनका आत्मा तो उनके बाद चली गई।