गौतम अडानी बने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति: ब्लूमबर्ग इंडेक्स में $111 बिलियन की संपत्ति साथ मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा

गौतम अडानी बने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति: ब्लूमबर्ग इंडेक्स में $111 बिलियन की संपत्ति साथ मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ा

गौतम अडानी का एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब फिर से हासिल करना

गौतम अडानी ने फिर से मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ते हुए एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का खिताब हासिल किया है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार अडानी की कुल संपत्ति $111 बिलियन है, जबकि अंबानी की संपत्ति $109 बिलियन है। यह खबर एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आती है, क्योंकि कुछ समय पहले ही हिण्डनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा था।

हिण्डनबर्ग रिपोर्ट और उसके बाद की रणनीतियां

जनवरी 2023 में प्रकाशित हिण्डनबर्ग रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की स्थितियों को चुनौतीपूर्ण बना दिया था। इस रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप की वित्तीय स्थिरता पर सवाल उठाए थे, जिसके परिणामस्वरूप मार्किट में उनकी संपत्ति में भारी गिरावट हुई थी। लेकिन उलझनों और मुश्किलों का सामना करते हुए अडानी ग्रुप ने परिस्थितियों को अपने पक्ष में बदलने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।

बाजार मूल्य और निवेशकों का विश्वास

अडानी ग्रुप की सूचीबद्ध कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी इजाफा हुआ है, जो ₹17.51 लाख करोड़ से अधिक हो गया है। यह वृद्धि निवेशकों का विश्वास दोबारा हासिल करने में सफल रही है। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने अडानी ग्रुप को सकारात्मक रेटिंग दी है, जिसके बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में 14% की वृद्धि दर्ज की गई।

भविष्य की योजनाएं और उनका महत्व

अडानी ग्रुप का भविष्य भी उज्जवल नजर आ रहा है। अगले दशक में ग्रुप की $90 बिलियन तक की व्यावसायिक विस्तार की योजना है। इस विस्तार में नवीकरणीय ऊर्जा, ट्रांसपोर्टेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र शामिल हैं। यह न केवल अडानी ग्रुप को और मजबूत बनाएगा, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान करेगा।

अंबानी की संपत्ति पिछले साल में $12.7 बिलियन बढ़ी है, जबकि अडानी की संपत्ति में $26.8 बिलियन की वृद्धि हुई है। इस बढ़त का मुख्य कारण अडानी ग्रुप द्वारा उठाए गए रणनीतिक कदम और निवेशकों का दोबारा मिला विश्वास है।

2012 और 2024 में मिले सम्मान

गौतम अडानी का एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने का यह दूसरा मौका है। 2022 में भी वे पहली बार इस मुकाम पर पहुंचे थे। उनका यह पुनः प्राप्त सम्मान न केवल उनकी कड़ी मेहनत और रणनीतिक सूझबूझ का परिणाम है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किसी भी चुनौती का सामना कर सफलता का नया अध्याय लिखा जा सकता है।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Kamal Gulati

ये सब बकवास है। अडानी की संपत्ति तो बस कागज पर है। जब बाजार गिरेगा तो सब उड़ जाएगा। लोग भूल गए कि कैसे हिंडनबर्ग ने उनका बार-बार उजागर किया था।

Mahesh Chavda

अडानी ने देश के लिए कुछ किया है या सिर्फ नेताओं के संपर्क से अपनी संपत्ति बढ़ाई है

Sakshi Mishra

क्या वास्तविक सफलता सिर्फ संपत्ति के अंकों से मापी जाती है...? क्या एक व्यक्ति का मूल्य उसके बैलेंस शीट पर लिखे नंबरों से निर्धारित होता है...? या तो वह उसकी विचारधारा, उसकी नैतिकता, उसकी विश्वासयोग्यता...? क्या हमने इतना भूल गया है...?

Radhakrishna Buddha

मुकेश अंबानी को तो हर कोई प्यार करता है... लेकिन अडानी को लोग डरते हैं... और यही बात है जिसने उसे और भी ऊपर उठा दिया... ये तो बहुत बड़ी बात है!

Govind Ghilothia

इस उपलब्धि का अर्थ यह है कि भारतीय उद्यमशीलता विश्व के सामने अपनी अहमियत बरकरार रख रही है। एक राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनना इसके लिए आवश्यक है।

Sukanta Baidya

अडानी ग्रुप के पास बस बैंक लोन और नेताओं के फोन कॉल हैं। असली बिजनेस तो मुकेश अंबानी के पास है। ये सब जैसे बाजार का नाटक है।

Adrija Mohakul

मैंने देखा है कि अडानी के कई प्रोजेक्ट्स ने छोटे व्यापारियों को भी रोजगार दिया है। शायद ये बड़े नंबर्स से ज्यादा असली बात है। बस थोड़ा धीरे चलो, बहुत जल्दी नहीं फैसला देना चाहिए।

Dhananjay Khodankar

मुझे लगता है दोनों ही बहुत बड़े हैं। अडानी ने बाहर निकलकर बनाया, अंबानी ने अंदर से बढ़ाया। दोनों अलग अलग रास्ते पर हैं। बस देश के लिए अच्छा हो रहा है।

shyam majji

अडानी की संपत्ति बढ़ी तो बढ़ गई। अब क्या करना है बाकी लोगों को अपनी जिंदगी संभालनी है।

shruti raj

क्या आपने सुना है...? ब्लूमबर्ग इंडेक्स को अमेरिकी बैंक्स ने फर्जी बनाया है...! अडानी की असली संपत्ति तो 10% है... बाकी सब फेक नंबर्स... और ये भी बताया गया है कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट को अमेरिका ने दबाया था...! 😱

Khagesh Kumar

अडानी की कंपनियों ने नवीकरणीय ऊर्जा में बहुत निवेश किया है। ये भारत के लिए अच्छा है। अगर बाजार उन्हें विश्वास दे रहा है, तो शायद कुछ ठीक है।

Ritu Patel

मुकेश अंबानी तो अपने घर में बैठकर टीवी देख रहे हैं... अडानी तो देश के लिए रेल बना रहा है... और तुम लोग अडानी के खिलाफ बातें कर रहे हो... ये भारत का असली दिमाग है क्या...?

Deepak Singh

हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद भी अडानी ग्रुप का बाजार मूल्य बढ़ा... ये तो बाजार का अंधा विश्वास है... न कि वास्तविक वित्तीय ठोस आधार... जब तक लोग बाजार के नंबरों पर विश्वास करते रहेंगे, तब तक ये बुलबुले फूलते रहेंगे...

Rajesh Sahu

अडानी ने भारत को दुनिया में खड़ा किया है। अंबानी तो सिर्फ अपनी चार दीवारों में बंद है। अडानी ने रेल, पोर्ट, पावर बनाया... अंबानी ने तो बस गैस बेची। भारत का गौरव हमारे अडानी हैं।