अमित मिश्रा ने धोनी और कोहली पर लगाए आरोप, रोहित शर्मा की खुलकर की तारीफ

अमित मिश्रा ने धोनी और कोहली पर लगाए आरोप, रोहित शर्मा की खुलकर की तारीफ

अमित मिश्रा ने उतारे धोनी और कोहली के मुखौटे

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर अमित मिश्रा ने हाल ही में अपनी क्रिकेट यात्रा के दौरान हुए कुछ खट्टे-मीठे अनुभवों को लेकर खुलासा किया है। मिश्रा ने बताया कि टीम के प्रमुख कप्तान एमएस धोनी और विराट कोहली ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया। मिश्रा का मानना है कि उनके अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें बार-बार टीम से बाहर कर दिया गया और इसके लिए उन्हें कोई स्पष्ट स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।

धोनी के कार्यकाल में मुश्किलें

अमित मिश्रा ने बताया कि एमएस धोनी के कप्तानी मं उन्हें टीम संयोजन में फिट नहीं बताया गया। उन्होंने कहा कि जब वह धोनी से इस बारे में स्पष्टीकरण मांगते थे, तो उन्हें केवल यह कह दिया जाता था कि उन्हें आराम दिया जा रहा है। मिश्रा के अनुसार, धोनी ने कभी भी उन्हें टीम से बाहर रखने के सही कारण नहीं बताए। यह उनके लिए बहुत ही निराशाजनक और हताश करने वाला अनुभव था।

कोहली के साथ अनुभव

विराट कोहली के कप्तानी में भी मिश्रा के साथ ऐसा ही व्यवहार हुआ। मिश्रा ने एक घटनाक्रम का जिक्र किया जिसमें उन्होंने कोहली से उनके भविष्य के बारे में सवाल किया था, लेकिन उन्हें कोई स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में, मिश्रा ने उनकी यह उम्मीद की थी कि उन्हें उनके भविष्य के बारे में स्पष्ट जानकारी दी जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

रोहित शर्मा के साथ अच्छी बनती

वहीं दूसरी ओर, अमित मिश्रा ने रोहित शर्मा की तारीफ करते हुए कहा कि उनके साथ उनका अनुभव बहुत ही सकारात्मक रहा। मिश्रा ने बताया कि रोहित ने कप्तान बनने के बाद भी उनके साथ अच्छा तालमेल बनाए रखा। रोहित ने उनके प्रति अपने व्यवहार में सम्मान और समर्थन का प्रदर्शन किया। मिश्रा का मानना है कि रोहित एक ऐसे कप्तान हैं जो सभी खिलाड़ियों के साथ प्रीतपूर्वक व्यवहार करते हैं और उनके समस्याओं को सुनते हैं।

क्रिकेट टीम में कठिनाइयों का दौर

क्रिकेट टीम में कठिनाइयों का दौर

अमित मिश्रा के इन खुलासों से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के भीतर की परिस्थितियां और कप्तानों के व्यक्तिगत निर्णय खिलाड़ियों के जीवन पर किस प्रकार से प्रभाव डालते हैं। जबकि सामरिक रणनीतियों और टीम संयोजन में बदलाव करना कप्तानों का अधिकार है, यह भी महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ियों को सही और स्पष्ट स्पस्टीकरण दिया जाए। इससे न केवल टीम का मनोबल बढ़ता है, बल्कि खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा भी मिलती है।

मिश्रा के खुलासे हमें यह भी दर्शाते हैं कि क्रिकेट जैसे खेल में नि:संदेह ही खिलाड़ियों को मानसिक और भावनात्मक संघर्षों से गुजरना पड़ता है। एक ओर जहां उनके अच्छे प्रदर्शन की सराहना होती है, वहीं दूसरी ओर उन्हें कठिन निर्णयों और अनुचित व्यवहार का भी सामना करना पड़ता है।

मिश्रा के अनुभव का महत्व

अमित मिश्रा के अनुभव हमें यह सिखाते हैं कि एक खिलाड़ी के प्रदर्शन के पीछे उनकी मानसिकता और आत्मविश्वास का बहुत बड़ा योगदान होता है। यदि उन्हें टीम के वरिष्ठ व्यक्तियों का समर्थन और उचित मार्गदर्शन प्राप्त होता है, तो वे अधिक आत्मविश्वास के साथ खेल सकते हैं।

मिश्रा का ये खुलासा भारतीय क्रिकेट व्यवस्था में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन सकता है। यह समय है कि खिलाड़ियों के मनोबल को बनाये रखने के लिए टीम प्रबंधन और कप्तानों को अपनी रणनीतियों में पारदर्शिता और ईमानदारी को शामिल करें।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

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Raveena Elizabeth Ravindran

ये सब बकवास है। धोनी और कोहली ने जो किया वो सिर्फ टीम के लिए था। अमित मिश्रा को बार-बार बाहर क्यों रखा गया? क्योंकि वो बस बोरिंग थे। रोहित अच्छा है, लेकिन ये सब लोग अपने इगो के लिए बातें कर रहे हैं।

Krishnan Kannan

मैंने अमित मिश्रा को कभी खेलते नहीं देखा, लेकिन इस बात पर एकदम सहमत हूँ कि कप्तानों को खिलाड़ियों से सच्चाई बोलनी चाहिए। बस ये कहना कि 'आराम करो' बहुत बुरा तरीका है। अगर कोई खिलाड़ी टीम में नहीं है, तो उसे बताओ क्यों। रोहित जैसे कप्तान बहुत कम हैं।

Dev Toll

कुछ लोगों को लगता है कि टीम में रहना एक अधिकार है। नहीं भाई, ये एक चुनौती है। अमित ने जो कहा वो सच है। लेकिन धोनी और कोहली भी अपने तरीके से टीम बनाते थे। अगर तुम बार-बार गलत गेंद फेंकते हो, तो तुम्हें बाहर कर देना भी लीगल है। बस बात ये है कि उन्होंने समझाने की कोशिश नहीं की।

utkarsh shukla

अरे भाई! ये जो बात हुई वो तो बहुत बड़ी बात है! टीम के अंदर जब इंसानियत खत्म हो जाए, तो जीत भी बेकार हो जाती है! धोनी और कोहली के नाम पर ये बातें नहीं होनी चाहिए! रोहित जैसे कप्तान तो देश के लिए बहुत बड़ा खजाना हैं! इन्हें बहुत जल्दी कप्तान बनाया जाना चाहिए! ये बात तो दिल को छू गई!

Amit Kashyap

ये सब नकारात्मकता क्यों? भारत की टीम दुनिया की नंबर वन टीम है और तुम यहां छोटी छोटी बातों पर उल्टा गुस्सा कर रहे हो? अमित मिश्रा ने कभी भी इंटरनेशनल मैच नहीं जीता! रोहित बहुत अच्छा है, लेकिन धोनी और कोहली के बिना भारत की ये सफलता कैसे हुई? ये सब बातें बस नफरत फैलाने के लिए हैं!

mala Syari

अमित मिश्रा का ये खुलासा तो बहुत गहरा है। लेकिन उनकी लिखावट में एक तरह की नाराजगी झलक रही है, जो शायद उनके अंदर के इगो के कारण है। जब तक खिलाड़ी अपने आप को 'महान' समझते हैं, तब तक टीम का एकत्व नहीं बनेगा। रोहित जैसे कप्तान को बहुत जल्दी टीम का लीडर बनाना चाहिए। वो बस अच्छे नहीं हैं, वो इंसान हैं।

Kishore Pandey

इस खुलासे के आधार पर निष्कर्ष निकालना गलत है। एक खिलाड़ी के व्यक्तिगत अनुभव को टीम के सामान्य व्यवहार के रूप में प्रस्तुत करना अनुचित है। धोनी और कोहली ने भारतीय क्रिकेट को दुनिया के शीर्ष पर पहुंचाया। अमित मिश्रा के प्रदर्शन का विश्लेषण करें, न कि उनकी भावनाओं को।

Kamal Gulati

हम सब जानते हैं कि क्रिकेट बस एक खेल नहीं है... ये एक दर्द है। अमित मिश्रा के दिल में जो चोट लगी, वो कभी भर नहीं पाएगी। धोनी ने तो बस खेल को जीतने के लिए बना था... लेकिन क्या इंसान के दिल की बात भी नहीं हो सकती? रोहित ने दिखाया कि जीत और इंसानियत एक साथ चल सकती हैं। अब सोचो... क्या हमारी टीम बस जीतने के लिए है? या इंसानों के लिए?

Pankaj Sarin

धोनी कोहली रोहित सब बकवास है टीम बस जीतती है बाकि सब फिल्मी ड्रामा रोहित अच्छा है ये बात तो सब जानते हैं पर अमित को बाहर क्यों किया गया वो बात तो अब तक कोई नहीं बताता