कैंसर से निधन – क्या कारण हैं और कैसे बचें?

कैंसर एक ऐसा रोग है जो अक्सर अनदेखी में बढ़ता है और देर से पता चलने पर मौत का कारण बन जाता है। भारत में हर साल लाखों लोग इस बीमारी से जूझते हैं, लेकिन सही जानकारी और समय पर जांच से कई मामलों को रोका जा सकता है। आइए जानते हैं कि कौन‑से कारक कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं और रोज़मर्रा की छोटी-छोटी बदलाओं से आप अपने स्वास्थ्य की रक्षा कैसे कर सकते हैं।

मुख्य कारण और आँकड़े

साउंड्रा के अनुसार, भारत में 2023 में लगभग 9.5 लाख नई कैंसर केस रिपोर्ट हुए और उनमें से 6‑7 लाख लोगों का निधन हुआ। सबसे बड़े कारणों में धूम्रपान, शराब, असंतुलित आहार, मोटापा और प्रदूषण शामिल हैं। पेट के कैंसर, फेफड़े का कैंसर और स्तन कैंसर सबसे ज्यादा मारते हैं। महिलाओं में स्तन और गर्भाशय की कैंसर दर तेज़ी से बढ़ रही है, जबकि पुरुषों में फेफ़ड़े व प्रोस्टेट कैंसर प्रमुख हैं।

इन आँकड़ों को देख कर साफ़ समझ आता है कि जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है। धूम्रपान छोड़ना, शराब की मात्रा घटाना और ताजे फल‑सब्जियों से भरपूर आहार अपनाना सबसे पहला कदम हो सकता है। साथ ही नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण और तनाव कम करने के उपाय भी जोखिम को काफी हद तक घटाते हैं।

रोकथाम के प्रभावी कदम

कैंसर से बचाव में सबसे बड़ी ताकत समय पर जांच है। यदि आप 40 साल या उससे अधिक उम्र के हैं, तो साल में एक बार पूर्ण शारीरिक परीक्षण कराएँ और विशेष रूप से स्तन, गर्भाशय, प्रोस्टेट व कोलोरेक्टल कैंसर की स्क्रीनिंग करवाएँ। अगर आपका परिवारिक इतिहास मजबूत है तो डॉक्टर से जीन‑टेस्टिंग या शुरुआती जांच पर चर्चा करें।

खाने‑पीने में बदलाव भी बहुत असरदार हैं। लाल मांस और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को सीमित रखें, हल्दी, लहसुन, अदरक जैसे एंटीऑक्सीडेंट वाले मसालों का प्रयोग बढ़ाएँ। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट तेज़ चलना या साइकलिंग करने से शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है और कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि रुकती है।

धूम्रपान छोड़ने के लिए निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरपी, काउंसलिंग या सपोर्ट ग्रुप्स मददगार होते हैं। शराब पीते समय मात्रा को नियंत्रित रखें—पुरुषों को एक दिन में दो से ज्यादा पेय नहीं और महिलाओं को एक से अधिक नहीं लेना चाहिए।

आखिरकार, मानसिक स्वास्थ्य भी महत्वपूर्ण है। तनाव हार्मोन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर करते हैं, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ता है। योग, मेडिटेशन या सरल श्वास तकनीकें रोज़ाना अपनाएँ और पर्याप्त नींद लें।

इन सभी उपायों से आप न सिर्फ कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन की गुणवत्ता भी सुधार सकते हैं। याद रखें, बीमारी का इलाज तभी सफल होता है जब वह जल्दी पहचानी जाए। इसलिए खुद को और अपने परिवार को नियमित जांच के लिए प्रेरित करें, स्वस्थ भोजन बनाएं और सक्रिय रहने की आदत डालें।

साउंड्रा पर कैंसर से जुड़ी ताज़ा खबरों को फॉलो करके आप नई उपचार तकनीकों, सरकारी स्क्रीनिंग योजनाओं और रोगियों की वास्तविक कहानियों के बारे में अपडेट रह सकते हैं। स्वास्थ्य आपके हाथ में है—अभी कदम उठाएँ और कैंसर से निधन का डर दूर करें।

महाराष्ट्र के वरिष्ठ अभिनेता विजय कदम का 68 वर्ष की आयु में कैंसर से निधन

महाराष्ट्र के वरिष्ठ अभिनेता विजय कदम का 68 वर्ष की आयु में कैंसर से निधन

वरिष्ठ मराठी अभिनेता विजय कदम का 9 अगस्त, 2024 को लंबे समय से कैंसर से लड़ाई के बाद निधन हो गया। वे 68 वर्ष के थे। कदम मराठी सिनेमा और थिएटर में अपनी बहुरंगी भूमिकाओं के लिए जाने जाते थे और उन्होंने दशकों तक मनोरंजन उद्योग में अपनी पहचान बनाई। उनके निधन की खबर से मराठी फिल्म बिरादरी और प्रशंसकों में शोक की लहर है।

जारी रखें पढ़ रहे हैं...
अग॰ 10, 2024 द्वारा Pari sebt