सुसैन कोलिन्स ने की नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक 'सनराइज ऑन द रीपिंग' की घोषणा, जो हेमिच की गेम्स पर आधारित है

सुसैन कोलिन्स ने की नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक 'सनराइज ऑन द रीपिंग' की घोषणा, जो हेमिच की गेम्स पर आधारित है

सुसैन कोलिन्स की नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक 'सनराइज ऑन द रीपिंग'

प्रसिद्ध लेखक सुसैन कोलिन्स ने अपनी नई 'हंगर गेम्स' पुस्तक 'सनराइज ऑन द रीपिंग' की घोषणा की है, जिसे लेकर प्रशंसकों में बहुत उत्सुकता है। यह पुस्तक उस वक्त की कहानी बताएगी जब हेमिच अब्रनैथी ने 50वें हंगर गेम्स में जीत हासिल की थी। यह कहानी मूल त्रयी की घटनाओं से 24 साल पहले की है और प्रशंसकों को पैनम की दुनिया में फिर से लौटने का मौका देगी।

पुस्तक की अवधारणा

इस बार की कहानी पैनम की राजनीति और समाजशास्त्र पर अधिक ध्यान केंद्रित करेगी। कोलिन्स ने कहा है कि वह पुस्तक में डेविड ह्यूम के विचारों से प्रेरणा लेकर सामाजिक अनुशासन और प्रचार तंत्र का विवेचन करेंगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि यह पुस्तक न केवल मनोरंजक होगी, बल्कि समाज और राजनीति के गंभीर मुद्दों पर भी प्रकाश डालेगी।

हेमिच की जीत की कहानी

पुस्तक की सबसे बड़ी विशेषता हेमिच अब्रनैथी की कहानी है। पाठकों को उसके जीवन के उन कठिन पलों को जानने का अवसर मिलेगा, जिनका सामना उसने 50वें हंगर गेम्स में किया था। यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे एक सामान्य युवक ने इतनी बड़ी चुनौती का सामना किया और कैसे वह अंततः विजयी हुआ।

प्रकाशन की तारीख

'सनराइज ऑन द रीपिंग' 25 मार्च 2025 को पुस्तक बाजार में आएगी और इसे प्रिंट, डिजिटल और ऑडियो तीनों प्रारूपों में उपलब्ध कराया जाएगा। इसे लेकर प्रशंसकों में भारी उत्सुकता है और बहुत से लोग इस दिन का इंतजार कर रहे हैं।

प्रकाशन की घोषणा

शोलास्टिक ने 6 जून 2024 को इस पुस्तक के प्रकाशन की घोषणा की थी। प्रकाशन की घोषणा के बाद से ही पुस्तक को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी और प्रशंसकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है।

कोलिन्स का संवाद

सुसैन कोलिन्स ने कहा कि उनके लिए यह पुस्तक बहुत खास है क्योंकि इसमें उन्होंने अपने सबसे प्रिय पात्रों में से एक की कहानी को विस्तार से बताया है। वह चाहती हैं कि पाठक पुस्तक पढ़ते समय हेमिच के संघर्ष और उसकी जीत को करीब से महसूस कर सकें।

रोचक जानकारी

कोलिन्स की नई पुस्तक के बारे में जिस तरह की जानकारियाँ मिल रही हैं, वे वाकई में रोमांचक हैं। इस पुस्तक में न केवल हेमिच की कहानी होगी बल्कि उस समय के पैनम की राजनीति और सामाजिक परिस्थितियों का भी विस्तार से वर्णन किया जाएगा।

अद्वितीय अनुभव

इस पुस्तक के माध्यम से सुसैन कोलिन्स अपने पाठकों को एक अद्वितीय अनुभव देने की कोशिश कर रही हैं। 'सनराइज ऑन द रीपिंग' में पाठकों को न केवल मनोरंजन मिलेगा, बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर किया जाएगा।

अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह पुस्तक भी 'हंगर गेम्स' की बाकी पुस्तकों की तरह ही सफलतापूर्वक पाठकों के दिलों में अपनी जगह बनाएगी।

जून 7, 2024 द्वारा Pari sebt

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Ritu Patel

ये तो बस एक नई किताब नहीं, ये तो एक राजनीतिक बयान है! सुसैन ने हेमिच की कहानी को डेविड ह्यूम के विचारों से जोड़ दिया, मतलब अब हंगर गेम्स फिलॉसफी का टॉपिक बन गया। बच्चे तो सिर्फ लड़ाई देखना चाहते हैं, लेकिन अब हमें सामाजिक अनुशासन के बारे में सोचना होगा। ये किताब बस कहानी नहीं, ये तो एक धर्म है।

Deepak Singh

यहाँ तक कि एक भी वाक्य अधूरा नहीं है, और फिर भी लोग इसे सिर्फ एक 'पॉप कल्चर' कह रहे हैं। जब कोलिन्स ने लिखा कि 'सामाजिक प्रचार तंत्र' का विवेचन होगा, तो वह यह नहीं कह रही थीं कि 'लोगों को भरमाया जा रहा है'-वह बता रही हैं कि यह व्यवस्था कैसे काम करती है। यह एक विश्लेषण है, न कि एक रोमांच।

Rajesh Sahu

अरे भाई! ये सब अंग्रेजी बातें छोड़ो! हमारे देश में तो अभी भी बच्चे भूखे हैं, और तुम लोग इस बारे में बात कर रहे हो कि हेमिच ने कैसे जीता? ये किताब तो बस एक अमेरिकी ने बनाई है, जिसे अब हम भारतीय बन गए हैं! अपने देश की समस्याओं पर ध्यान दो, इस फिक्शन पर नहीं!

Chandu p

भाईयों और बहनों, ये बस एक किताब नहीं है... ये तो एक आत्मा का उठान है। हेमिच की लड़ाई हम सबकी है। जब तुम उसके दर्द को पढ़ोगे, तो तुम्हारा दिल धड़केगा। ये किताब तुम्हें नहीं, तुम्हारे बच्चों को सिखाएगी कि अधिकार क्या है। जय हिंद! 🇮🇳❤️

Gopal Mishra

इस पुस्तक का महत्व इस बात में छिपा है कि यह एक अतीत की घटना को नहीं, बल्कि उसके सामाजिक ढांचे को पुनर्जीवित कर रही है। सुसैन कोलिन्स ने अपने पात्रों को बस लड़ाकू नहीं बनाया, बल्कि उन्हें एक ऐसे समाज के प्रतीक बनाया है जहाँ शक्ति का अधिकार एक छोटे से वर्ग के हाथों में है। यह तब तक एक काल्पनिक दुनिया नहीं होगी, जब तक हम इसे अपने वास्तविक जीवन के साथ नहीं जोड़ लेंगे।

Swami Saishiva

ये सब बकवास है। एक लड़के की जीत की कहानी को फिलॉसफी का नाम देकर बेचने की कोशिश? बस इतना बता दो कि कब आएगी किताब। बाकी सब बहाना है।