सुरक्षा डायग्नोस्टिक का IPO शुक्रवार को खुलने वाला है: जानिए GMP क्या इंगित करता है

सुरक्षा डायग्नोस्टिक का IPO शुक्रवार को खुलने वाला है: जानिए GMP क्या इंगित करता है

सुरक्षा डायग्नोस्टिक का आईपीओ: निवेशकों के लिए बड़ी खबर

आने वाले 29 नवंबर 2024 से सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड का बहुप्रतीक्षित प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) खुलने जा रहा है। यह IPO 3 दिसंबर 2024 तक खुला रहेगा। कंपनी द्वारा इसे जारी करने के पीछे का उद्देश्य 846.25 करोड़ रुपये जुटाना है। इस प्रस्ताव के तहत कंपनी 1.92 करोड़ शेयर प्रमोटर्स और अन्य विक्रय शेयरधारकों के माध्यम से बेचना चाहती है।

प्राइस बैंड और न्यूनतम निवेश

इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 420 से 441 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है और न्यूनतम लॉट साइज 34 शेयरों का होगा। अर्थात, खुदरा निवेशकों के लिए इसमें न्यूनतम निवेश की आवश्यकता लगभग 14,994 रुपये होगी। यह आईपीओ 6 दिसंबर 2024 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सूचीबद्ध होगा।

ग्रे मार्केट प्रीमियम और विश्लेषक समीक्षा

ग्रे मार्केट प्रीमियम और विश्लेषक समीक्षा

वर्तमान में, सुरक्षा डायग्नोस्टिक के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को शून्य आंका गया है। यह ग्रे मार्केट में नकारात्मक रुझान को दर्शाता है। हालांकि, कई ब्रोकरेज फर्म जैसे कि एसबीआई सिक्योरिटीज और बजाज ब्रोकिंग ने इस आईपीओ के लेकर सिफारिशें की हैं। एसबीआई सिक्योरिटीज के अनुसार, 441 रुपये के उच्चतम प्राइस बैंड पर सुरक्षा डायग्नोस्टिक का मूल्य FY24 P/E और EV/Sales के अधिकांश आंकड़ों के अनुसार 96.1x/5.1x है।

कंपनी का विस्तार और वित्तीय स्थिति

कंपनी के मजबूत ऑपरेशंस, विस्तृत नेटवर्क और प्रतिष्ठा उनके इस विस्तार में अत्यधिक योगदान देंगे। यह रिलायंस प्रमुखता से पश्चिम बंगाल तक सीमित है। FY24 में 95.48% आय इसी राज्य से प्राप्त हुई। हालांकि, FY28 तक उद्योग के 10-12% के CAGR से बढ़ने का अनुमान है, जो इसे अधिक महत्व देता है। FY2022 से FY2024 के बीच कंपनी की ऑपरेशनल आय 20.83% की CAGR दर से बढ़ी है।

IPO में जुड़े जोखिम और चिंताए

IPO में जुड़े जोखिम और चिंताए

IPO एक पूर्ण विक्रय प्रस्ताव (OFS) है जिसमें 19,189,330 इक्विटी शेयर शामिल हैं। यह विक्रय से शुद्ध निवारण प्रमोटरों और निवेशकों को मिलेगा। पश्चिम बंगाल पर अत्यधिक निर्भरता, स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा संबंधी चिंताएं, और क्रेडिट रेटिंग का गिरना यह कुछ प्रमुख जोखिम हैं जिन्हें ध्यान में रखने की आवश्यकता है। इन जोखिमों के बावजूद, कई निवेशकों का मानना है कि कंपनी का उच्च वृद्धि की क्षमता इसे एक लंबी अवधि के लिए लाभप्रद बना सकती है।

द्वारा लिखित सुनन्दा सिंह

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।