डबलिन में इतिहास: T20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान पर USA की यादगार जीत
कभी किसी ने सोचा भी नहीं था कि T20 वर्ल्ड कप के बड़े मंच पर क्रिकेट की सुपरपावर पाकिस्तान को एक 'अंडरडॉग' टीम अमेरिका हराकर चौंका देगी। लेकिन डलास के ग्रैंड प्रेयरी स्टेडियम में यही हुआ—USA ने सुपर ओवर में पाकिस्तान को पटखनी देकर इतिहास रच दिया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की शुरुआत खराब रही। कप्तान बाबर आजम के अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना सका। मोहम्मद रिजवान (9), उस्मान खान (3) और फखर जमां (11) जैसे अनुभवी खिलाड़ी सस्ते में पवेलियन लौट गए। स्थिति को संभाला बाबर आजम (44) और शादाब खान (40) ने, जिन्होंने बीच के ओवरों में शानदार साझेदारी की। अंतिम ओवरों में शाहीन शाह अफरीदी ने बड़ी हिट्स लगाकर टीम का स्कोर 159/7 तक पहुँचाया, लेकिन अमेरिका के गेंदबाजों ने पूरी पकड़ बनाए रखी। खासतौर पर सौरभ नेत्रवलकर (2/18) और नोसथुश केनजिगे (3/30) बेहद कसी हुई गेंदबाजी की।
सुपर ओवर का रोमांच और USA की जीत का असली हीरो
अमेरिका की पारी की शुरुआत भी बेहद संयमित रही। कप्तान मोनांक पटेल की अगुवाई में बल्लेबाजों ने पाकिस्तान की तेज गेंदबाजी के आगे धैर्य नहीं खोया। रन गति कभी उतार-चढ़ाव वाली रही, लेकिन अंत तक वे 159/3 रन बना सके, जिससे मैच टाई हो गया और मुकाबला सुपर ओवर में पहुंच गया।
यहीं से असली ड्रामा शुरू हुआ। पाकिस्तान ने मोहम्मद आमिर को सुपर ओवर के लिए गेंद थमाई, लेकिन वह दबाव में नजर आए। तीन वाइड गेंद फेंकी, विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान से एक ओवरथ्रो भी हो गया और इस तरह USA ने सुपर ओवर में 18 रन ठोक डाले। जवाब में पाकिस्तान के बल्लेबाज बिखर गए—सिर्फ एक बाउंड्री मिली और USA के नेत्रवलकर ने बेहद सटीक गेंदबाजी कर पाकिस्तान को 13 रन पर ही रोक दिया।
शादाब खान की आखिरी गेंद पर छक्का मारने की कोशिश भी नाकाम रही। इसी के साथ USA को ऐतिहासिक जीत मिल गई। पहली बार USA ने किसी टेस्ट-स्टेटस वाले देश को आईसीसी वर्ल्ड कप में हराया है। यही नहीं, अब ग्रुप ए में USA टेबल के टॉप पर पहुंच गया है, जिससे पाकिस्तान की सेमीफाइनल की राह और मुश्किल हो गई है।
इस मुकाबले में बहुत कुछ बदला। USA ने पूरी दुनिया को दिखा दिया कि क्रिकेट में नई टीमें भी बड़े नामों को पछाड़ सकती हैं। मैदान पर खेल भावना तो देखने को मिली, साथ ही नए हीरो भी उभरकर सामने आए जिन्हें अब पूरी दुनिया याद रखेगी।
Deepak Singh
This isn't just an upset-it's a systemic failure of Pakistan's cricket infrastructure. They've been relying on individual brilliance for decades, while teams like USA are building systems: academies, data analytics, youth pathways. The stats don't lie-USA's strike rate in death overs was 187, Pakistan's was 112. This was inevitable.