रांची में 10 अक्टूबर 2025 को सोना‑चाँदी में तीव्र बढ़ोतरी, 24 कैरेट सोना ₹1,21,010/10g
जब रांची के सर्राफा बाजार में 10 अक्टूबर 2025 की कीमतें सामने आईं, तो ट्रेडर और खरीदार दोनों की धड़कन तेज़ हो गई। रांची ज्वेलरी एसोसिएशन ने बताया कि 22 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम अब ₹1,15,250 पर ट्रेड हो रहा है, जबकि 24 कैरेट का भाव ₹1,21,010 तक पहुँच गया। चाँदी भी पीछे नहीं रही – कीमत अब ₹1,71,000 प्रति किलोग्राम है, और पिछले दिन की तुलना में अतिरिक्त ₹4,000 की थ्रिलिंग उछाल देखी गई।
बाजार में आज की मुख्य दरें
आधिकारिक रांची सोना‑चाँदी कीमत अपडेटरांची के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹129,381, 22 कैरेट ₹119,195 और 18 कैरेट ₹97,524 प्रति 10 ग्राम है। 14 कैरेट का मूल्य ₹75,847 पर तय हुआ। चाँदी के मामले में, ABP Live ने कहा कि 10 ग्राम चाँदी की कीमत ₹1,571.59, 100 ग्राम पर ₹15,715.86 और 1 किलोग्राम पर ₹157,159 है। सभी रेट टैक्स और मेकिंग चार्ज़ से पहले के हैं, यानी असली भुगतान में GST (3 %) और स्थानीय कर जोड़कर थोड़ा ऊपर होगा।
पिछले कुछ दिनों की तुलना
कल, यानी 9 ऑक्टूबर को, इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) ने रिपोर्ट किया था कि चाँदी का किलोग्राम मूल्य ₹1,67,000 था, जो आज की कीमत से ₹4,000 कम है। इसी तरह, सोने के 24 कैरेट का पर्याय 10 ऑक्टूबर को ₹128,664 था, तो आज की बढ़ोतरी 0.56 % यानी लगभग ₹717 के बराबर है।
एक और दिलचस्प आँकड़ा – 8 ऑक्टूबर को सुबह के समय सोने का 999 शुद्धता वाला रेट ₹121,799 था, जबकि शाम को यह ₹122,098 तक पहुंचा। चाँदी का वही‑दिन सुबह का रेट ₹150,783 था, शाम को ₹152,700 हो गया। ये छोटे‑छोटे उतार‑चढ़ाव बतलाते हैं कि अंतरराष्ट्रीय डॉलर इंडेक्स के मूवमेंट का असर तुरंत बिनास्पर्शी बाजार में दिखता है।
विशेषज्ञों की राय और बाजार‑संकट संकेत
स्थानीय अर्थशास्त्री डॉ. अर्पिता सिंह (जिनके विश्लेषण अक्सर Aaj Tak में प्रकाशित होते हैं) का कहना है, “त्योहारी सीजन की माँग, खासकर करवा चौथ और दीवा रात्रि के करीब, सोने के दाम को समर्थन दे रही है। लेकिन डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय ब्याज दरों में उछाल एक बार फिर से कीमतों को 1‑2 % तक नीचे ले जा सकता है।”
इसी बात को Moneycontrol ने भी पुष्टि की – पिछले साल की तुलना में चाँदी की कीमत 67 % बढ़ी है, जो निवेशकों को सुरक्षित आश्रय की ओर आकर्षित कर रही है।
त्योहारी माँग और भविष्य की संभावनाएँ
करवा चौथ से पहले के कई दिनों में, भारतीय सर्राफा बाजार का गोल्ड रेट 1 लाख 22 हज़ार रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब आ गया था। यह स्तर दर्शाता है कि परिवारों की सोने‑चाँदी की खरीदारी की योजना पहले ही बन चुकी है। “भविष्य में यदि आयातित सोने पर कस्टम टैक्स में वृद्धि होती है, तो कीमतें और भी तेज़ी से बढ़ सकती हैं,” एक राष्ट्रीय ज्वेलरी डीलर ने बताया।
दूसरी ओर, चाँदी के लिये विशेष ध्यान देने की बात है – क्योंकि मौसमी मांग अल्पकालिक होती है, लेकिन निवेशक अक्सर इसे ‘सुरक्षित एसेट’ मानते हैं। पिछले एक महीने में चाँदी की कीमत में लगभग ₹30,000 की वृद्धि हुई है, जिससे छोटे निवेशकों का ध्यान अधिक आकर्षित हो रहा है।
रोज़मर्रा के खरीदारों पर असर और सलाह
- घर की सजावट या वैवाहिक अलंकार के लिए सोना खरीदने वाले लोग अब थोड़ा महँगा भुगतान करेंगे, खासकर 24 कैरेट में।
- ब्याज‑दर पर निर्भर फिक्स्ड‑डिपॉज़िट की तुलना में सोना अभी भी बेहतर रिटर्न दे सकता है, पर जोखिम भी अधिक है।
- चाँदी में रुचि रखने वाले निवेशकों को छोटे‑छोटे पैकेज (10 ग्राम, 100 ग्राम) खरीदना उचित रहेगा, क्योंकि यह लिक्विडिटी में मदद करेगा।
- GST अतिरिक्त 3 % को ध्यान में रखते हुए कुल लागत का अंदाज़ा निकालें – इससे ‘सच्चा’ खर्च पता चल जाएगा।
निष्कर्ष: राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में रांची की स्थिति
सारांश में कहा जाए तो, रांची का सर्राफा बाजार राष्ट्रीय औसत से थोड़ी आगे है। जब दिल्ली और मुंबई में सोने का रेट 10 ऑक्टूबर को लगभग ₹128,000 था, तो रांची में वही 24 कैरेट ₹129,381 पर गया। चाँदी में भी अंतर स्पष्ट है – राष्ट्रीय औसत लगभग ₹1,65,000 था, जबकि रांची में ₹1,71,000। इस अंतर का कारण स्थानीय मांग, जेवरों की उपलब्धता और तेज़ी से अपडेट होने वाली रिपोर्टिंग है, जहाँ ABP Live और Aaj Tak प्रमुख सूचना स्रोत हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
स्थानीय ज्वैलर्स को इन कीमतों से क्या असर पड़ेगा?
ज्यादातर छोटे ज्वैलर्स को सोने और चाँदी की कीमतों में हुए इस उछाल से स्टॉक मूल्य बढ़ाने का दबाव पड़ेगा। इससे मार्जिन घट सकता है, और ग्राहक कभी‑कभी खरीदारी रुक सकते हैं। परंतु त्योहारी सीजन में माँग बढ़ने के कारण कई विक्रेता प्री‑ऑर्डर और एसी सीज़नल डिस्काउंट के जरिए संतुलन बनाने की कोशिश करेंगे।
चाँदी की कीमत में आज का ₹4,000 बढ़ाव क्यों आया?
उच्च वैश्विक माँग, सीमित आपूर्ति और डॉलर की मजबूती ने मिलकर चाँदी के किलोग्राम मूल्य को ऊपर धकेला। इसके अलावा, निवेशकों ने इस अवधि में सुरक्षा के तौर पर चाँदी को पसंद किया, जिससे स्थानीय ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ा।
रांची की कीमतें राष्ट्रीय औसत से कैसे तुलना करती हैं?
रांची के सोने के 24 कैरेट दर राष्ट्रीय औसत से लगभग 1 % अधिक हैं, जबकि चाँदी में अंतर 3‑4 % तक पहुंचता है। ये अंतर मुख्य रूप से स्थानीय त्योहारों की तेज़ी से बढ़ती माँग और रियल‑टाइम रिपोर्टिंग के कारण हैं।
त्योहारी सीजन में आगे की कीमतें क्या हो सकती हैं?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डॉलर का रुझान स्थिर रहता है और आयात शुल्क में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता, तो सोना अगले दो‑तीन हफ्तों में 0.5‑1 % तक और बढ़ सकता है। चाँदी की कीमतें मौसमी मौड पर थोड़ा स्थिर रहेंगी, पर अंतरराष्ट्रीय निवेश की वजह से ऊपर‑नीचे होती रहेंगी।
GST का अंतरण कीमतों में कब दिखेगा?
GST 3 % अब तक रेट में शामिल नहीं है। अधिकांश रिटेलर इसे बिल के अंतिम हिस्से में जोड़ते हैं, इसलिए खरीदार को कुल भुगतान में लगभग ₹3‑4 % अतिरिक्त खर्च देखना पड़ेगा। यह अंतर अगले उस दिन दिखेगा जब रिटेलर अपना अंतिम इनवॉइस जारी करेंगे, आमतौर पर खरीदारी के 24‑48 घंटे बाद।
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