मुशफिकुर रहीम ने 100वें टेस्ट में शतक जड़ा, बांग्लादेश ने आयरलैंड पर 378 रन की बढ़त बनाई
जब मुशफिकुर रहीम ने आखिरी गेंद पर सिंगल लिया, तो शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में भीड़ खड़ी हो गई। 38 साल की उम्र में, उन्होंने अपने 100वें टेस्ट मैच में 106 रन बनाए — बस एक रन कम, लेकिन इतिहास के लिए पूरा। ये कोई साधारण शतक नहीं था। ये बांग्लादेश के इतिहास का पहला ऐसा पल था, जहां किसी खिलाड़ी ने 100 टेस्ट खेले और उसी मैच में शतक जड़ा। और ये सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं थी — ये बांग्लादेश क्रिकेट टीम की जीत की नींव बन गई।
एक दिन, दो इतिहास
20 नवंबर 2025 को ढाका के गर्म और धूल भरे मैदान पर, बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 476 रन बनाए। और इस स्कोर की नींव रखी थी लिटन दास ने — उन्होंने 128 रनों की शानदार पारी खेली। लेकिन जब टीम 95/3 पर थी, तब रहीम क्रीज पर आए। उनके आगमन के बाद बांग्लादेश ने चौथे विकेट के लिए 107 रन जोड़े। उनका साथी मोमिनुल हक भी बहुत अच्छा खेल रहे थे, लेकिन जब रहीम ने जॉर्डन नील की तीसरी गेंद को स्क्वायर लेग की ओर धकेला, तो उनके चेहरे पर आंखों में आंसू थे।
ये शतक उनका 13वां टेस्ट शतक था। और आयरलैंड के खिलाफ दूसरा। उन्होंने आयरिश टीम के खिलाफ 3 मैचों में 4 पारियों में 300 से अधिक रन बनाए हैं। घरेलू मैचों में उनके 3,700 रन हैं — और अब उन्होंने अपना 7वां घरेलू शतक भी जड़ दिया। एक ऐसा खिलाड़ी जिसने 2006 से लेकर 2025 तक बांग्लादेश की टीम को निभाया, जिसने बार-बार टीम को बचाया, अब अपने 100वें मैच में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में लिख गया।
गेंदबाजों ने भी लगाया जाल
लेकिन बांग्लादेश की जीत सिर्फ बल्लेबाजों की नहीं थी। जब आयरलैंड ने अपनी पारी शुरू की, तो उनकी टीम जैसे बर्फ के टुकड़े जैसे पिघल रही थी। दूसरे दिन के अंत तक, आयरलैंड केवल 98/5 पर थी — 378 रन की बड़ी बढ़त के साथ।
हसन मुराद ने दो विकेट लिए, जबकि मेहिदी हसन मिराज, तैजुल इस्लाम और खालिद अहमद ने एक-एक विकेट लिए। आयरलैंड के बल्लेबाजों को लग रहा था जैसे उनके बल्ले लकड़ी के बजाय चीनी के बने हों। उनके कप्तान पॉल स्टर्लिंग भी 15 रन पर आउट हो गए। बांग्लादेश के गेंदबाज ने बिना किसी भी भागीदारी के, बस गेंद की गति और वक्रता से आयरिश बल्लेबाजों को धोखा दिया।
फॉलो ऑन का खतरा, सीरीज़ का अंत
अगर आयरलैंड अगली पारी में भी इतना ही कमजोर खेलता है, तो बांग्लादेश उन्हें फॉलो ऑन करने के लिए मजबूर कर सकता है। और अगर ऐसा हुआ, तो ये सीरीज़ 2-0 से बांग्लादेश के नाम हो जाएगी। पहले मैच में बांग्लादेश ने आयरलैंड को एक पारी और 47 रन से हराया था। तो अब दूसरा मैच भी इसी तरह खत्म हो सकता है।
बांग्लादेश के लिए ये सीरीज़ बहुत ज़रूरी थी। वे अभी तक टेस्ट क्रिकेट में बड़े टीमों के खिलाफ जीत नहीं ले पाए हैं। लेकिन अब, आयरलैंड के खिलाफ दो बड़ी जीतों के साथ, उनका विश्वास बढ़ गया है। इस बार उन्होंने न सिर्फ जीता, बल्कि एक ऐसा खिलाड़ी को दिखाया जो आज भी अपनी टीम के लिए लड़ता है।
क्या अब रहीम के बाद नया युग शुरू होगा?
मुशफिकुर रहीम ने अपने करियर के अंतिम चरण में अपना सबसे बड़ा तोहफा दिया है। लेकिन अब सवाल ये है — कौन उनकी जगह लेगा? लिटन दास ने शतक लगाया, लेकिन क्या वे अब टीम के कप्तान बन सकते हैं? अगर रहीम अगले महीने अपना अंतिम टेस्ट खेलते हैं, तो बांग्लादेश को एक नए नेता की जरूरत होगी।
उनकी टीम में अब एक नई पीढ़ी है — नूरुल हसन, शान्तो, इस्लाम — लेकिन क्या वे रहीम जितने अनुभवी हैं? क्या वे उतने ही शांत और ठोस हैं? रहीम ने न सिर्फ बल्ला चलाया, बल्कि उनके आसपास के युवाओं को भी सिखाया कि टेस्ट क्रिकेट में जीतने के लिए धैर्य कितना जरूरी है।
मैच का आंकड़ा: एक शतक, एक इतिहास
- मुशफिकुर रहीम के 100वें टेस्ट में 106 रन (214 गेंद, 5 चौके)
- बांग्लादेश की पहली पारी: 476 रन
- आयरलैंड की पहली पारी: 98/5 (20 नवंबर को स्टंप तक)
- रहीम का आयरलैंड के खिलाफ दूसरा शतक
- बांग्लादेश के लिए घरेलू टेस्ट में रहीम के 7वें शतक
- बांग्लादेश के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले पहले खिलाड़ी
अगर आप टेस्ट क्रिकेट का असली मजा जानना चाहते हैं, तो ये मैच उसका एक उत्तम उदाहरण है। इसमें भावनाएं थीं, इतिहास था, और एक खिलाड़ी ने अपने जीवन के सबसे बड़े दिन को अपनी टीम के लिए बना दिया।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मुशफिकुर रहीम कौन हैं और उनका टेस्ट करियर कैसा रहा?
मुशफिकुर रहीम बांग्लादेश के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 2006 से लेकर 2025 तक टेस्ट क्रिकेट खेला। वे बांग्लादेश के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उनके करियर में 13 टेस्ट शतक हैं, जिनमें से 7 घरेलू मैचों में आए हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 6,500 से अधिक रन बनाए हैं।
आयरलैंड ने इस मैच में क्यों इतना कमजोर प्रदर्शन किया?
आयरलैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट में अभी भी नवीन है। उनके बल्लेबाज घरेलू मैदानों पर अच्छा खेलते हैं, लेकिन दक्षिण एशियाई धूल और रिटर्निंग स्पिन के खिलाफ अनुभव कम है। इस मैच में उनके बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, क्योंकि बांग्लादेश के गेंदबाजों ने गेंद को जमीन पर बाउंस कराकर उन्हें बाहर कर दिया।
क्या बांग्लादेश इस सीरीज़ को 2-0 से जीत सकता है?
हां, बांग्लादेश इस सीरीज़ को 2-0 से जीतने की स्थिति में है। अगर आयरलैंड अगली पारी में 100 रन से कम बना देता है, तो बांग्लादेश उन्हें फॉलो ऑन कर सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो ये बांग्लादेश के लिए आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में पहली बार 2-0 की जीत होगी।
रहीम के बाद बांग्लादेश के लिए कौन नेतृत्व करेगा?
लिटन दास अब टीम के नेतृत्व के लिए एक मजबूत उम्मीदवार हैं। उन्होंने इस मैच में 128 रन बनाए और उनका शांत और तार्किक खेल रहीम के स्टाइल के करीब है। लेकिन युवा खिलाड़ियों जैसे नूरुल हसन और शान्तो को भी अब बड़े दबाव में खेलना होगा। टीम को एक नया चेहरा चाहिए, जो रहीम की जगह भर सके।
इस मैच के अंपायर कौन थे?
मैच के अंपायर अहसान रजा और सैम नोगाजस्कि थे, जबकि तीसरे अंपायर के रूप में रिचर्ड इलिंगवर्थ और मैच रेफ़री अँडी पायक्रॉफ्ट कार्यरत थे। ये सभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुभवी अधिकारी हैं, जिन्होंने इस ऐतिहासिक मैच को निष्पक्षता से नियंत्रित किया।
बांग्लादेश के लिए ये जीत क्यों इतनी महत्वपूर्ण है?
बांग्लादेश ने अब तक किसी टेस्ट टीम के खिलाफ दो मैचों की सीरीज़ जीतने का अनुभव नहीं किया है। ये जीत उनकी टीम के लिए एक नए आत्मविश्वास का संकेत है। ये दिखाता है कि वे न केवल घरेलू मैच जीत सकते हैं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट के नियमों को समझकर भी जीत सकते हैं।
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