NASSCOM का समर्थन Infosys को, GST विभाग की समझ पर उठाए सवाल

NASSCOM का समर्थन Infosys को, GST विभाग की समझ पर उठाए सवाल

NASSCOM के समर्थन में Infosys: GST विभाग की समझ पर उठाए सवाल

हाल ही में, भारत की नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (NASSCOM) ने Infosys का समर्थन करते हुए भारतीय Goods and Services Tax (GST) विभाग की समझ और उसके क्रियान्वयन पर तीखे सवाल उठाए हैं। Infosys, जो भारत की अग्रणी आईटी कंपनियों में से एक है, पिछले कुछ समय से GST विभाग से मुद्दों का सामना कर रही है। यह समस्या वास्तव में कितनी गंभीर है, इसे ध्यान में रखते हुए NASSCOM ने अपनी चिंता जाहिर की है।

GST विभाग की अस्पष्टता पर चिंता

NASSCOM ने इस बात पर जोर दिया है कि GST विभाग के कारवाई में अस्पष्टता और अनिश्चितता है। इससे IT कंपनियों को अपने दिन-प्रतिदिन के संचालन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर Infosys के मामले में स्थिति और भी जटिल हो गई है। NASSCOM के अनुसार, इस तरह की अस्पष्टता न केवल कंपनियों की प्रगति में अवरोध पैदा करती है, बल्कि समूचे आइटी उद्योग के विकास को भी प्रभावित करती है।

IT उद्योग के लिए खतरा

NASSCOM के दावे में यह बात भी सम्मिलित है कि आईटी उद्योग भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। यदि इस उद्योग को बार-बार अप्रासंगिक और अस्पष्ट नियमों से प्रभावित किया जाएगा, तो इसका सीधा असर देश की व्यापक अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। NASSCOM ने सुझाव दिया है कि GST विभाग को कंपनियों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करना चाहिए ताकि वे नियम और प्रक्रियाओं को अच्छे से समझ सकें।

पारदर्शी दिशा-निर्देशों की जरूरत

NASSCOM ने इस बात पर जोर दिया है कि GST विभाग को पारदर्शी और स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए। इससे भविष्य में किसी भी प्रकार की गलतफहमी से बचा जा सकेगा। यह कदम न केवल कंपनियों की सुविधा के लिए बल्कि संपूर्ण आईटी उद्योग की भलाई के लिए है।

सकारात्मक संवाद की महत्ता

Infosys जैसी बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियों के मामले में विशेष ध्यान की आवश्यकता है। इन कंपनियों के मुद्दों का समाधान करना और उन्हें सही दिशा-निर्देश देना IT उद्योग को और अधिक सशक्त बना सकता है। NASSCOM ने यह भी कहा है किसरकार और विभिन्न विभागों के बीच सकारात्मक संवाद की बेहद आवश्यकता है। इससे न केवल गलतफहमियों को दूर किया जा सकेगा, बल्कि IT उद्योग को अधिक स्थायित्व भी मिलेगा।

NASSCOM का उद्देश्य

NASSCOM के इस कदम का मुख्य उद्देश्य IT उद्योग को बेवजह की मुश्किलों से बचाना है, ताकि यह उद्योग अपनी पूरी क्षमता के साथ राष्ट्रीय आर्थिक विकास में योगदान दे सके। संगठन ने यह भी रेखांकित किया कि बेहतर संवाद और पारदर्शी दिशा-निर्देश ही इस प्रकार की समस्याओं का स्थायी समाधान हो सकते हैं।

आगे का रास्ता

नतीजन, यह स्पष्ट है कि GST विभाग को अपने क्रियान्वयन में और अधिक स्पष्टता और पारदर्शिता लानी होगी। यह कदम न केवल Infosys बल्कि समूचे आईटी उद्योग के हित में होगा। उम्मीद है कि NASSCOM और GST विभाग के बीच इस संवाद के बाद कुछ सकारात्मक परिणाम आएंगे और आने वाले समय में आईटी कंपनियां बेवजह की समस्याओं से मुक्त होकर अपने कार्यों में सफल हो सकेंगी।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Swati Puri

GST के इस अस्पष्ट अनुवाद ने टीम को लगातार एडजस्टमेंट करने के लिए मजबूर कर दिया है। जब तक इन गाइडलाइन्स को क्लियर नहीं किया जाता, तब तक ऑपरेशनल डिले बने रहेंगे। नेटिव टैक्स सॉफ्टवेयर भी इसके लिए नहीं बनाए गए।

megha u

ये सब एक बड़ी साजिश है 😏 सरकार चाहती है कि IT कंपनियां बाहर जाएं... और फिर वो खुद टेक बनाएंगे 😂

pranya arora

क्या हम वाकई इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि नियम अस्पष्ट हैं... या हम अपनी असुविधा को नियमों के दोष में डाल रहे हैं? क्या हमने कभी सोचा कि हम खुद इन नियमों को समझने के लिए कम से कम प्रयास कर रहे हैं?

Arya k rajan

मुझे लगता है NASSCOM बिल्कुल सही कर रहा है। इतनी बड़ी कंपनी के साथ ऐसा होना तो बहुत दुखद है। अगर ये वाला नियम इतना बेकार है, तो फिर इसे बदल देना चाहिए। बस इतना सा।

Sree A

GSTN के API में अभी भी 30% एरर रेट है। फिर भी हम नियमों को गलत बता रहे हैं।

DEVANSH PRATAP SINGH

हम सब एक ही देश में रहते हैं। अगर कंपनियां बाहर जाने लगीं, तो हमारे युवाओं के लिए नौकरियां कहाँ रह जाएंगी? इस बात पर ध्यान दें।

SUNIL PATEL

ये आईटी कंपनियां टैक्स नहीं देतीं। ये सिर्फ लॉबी करती हैं। GST विभाग ने बिल्कुल सही किया।

Avdhoot Penkar

लेकिन अगर GST विभाग गलत है, तो फिर आपको लगता है कि आपकी कंपनी सही है? 😅

Akshay Patel

हमारे देश में टैक्स देना शर्म की बात है। ये बड़ी कंपनियां तो बाहर जाकर टैक्स देंगी। अब ये NASSCOM क्यों आ गया? हमारे देश को बचाने के लिए नहीं, अपनी कमाई बचाने के लिए।

Raveena Elizabeth Ravindran

ये सब बकवास है... इतनी बड़ी कंपनी और इतनी छोटी बात पर उठ रही है? टैक्स दो, बस।

Krishnan Kannan

मैंने एक छोटी फर्म चलाई थी... GST फाइल करने में 3 हफ्ते लग गए। अगर छोटी फर्म को इतना मुश्किल हो रहा है, तो बड़ी कंपनियों को क्यों नहीं? समस्या नियमों में नहीं, एक्जीक्यूशन में है।

Dev Toll

सच बताऊं? मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक टैक्स नियम किसी आईटी कंपनी के लिए इतना बड़ा मुद्दा बन सकता है।

utkarsh shukla

ये नियम बदलने चाहिए! नहीं तो भारत की IT इंडस्ट्री का अंत हो जाएगा! हम दुनिया के सबसे बड़े टेक नेशन बनने वाले हैं! ये बाधाएं हमें रोक नहीं सकतीं! 💪🔥

Amit Kashyap

क्या हमने कभी सोचा कि ये टैक्स देने का समय है? नहीं, हम लोग तो बस अपने बिल्लों को बार-बार रिवाइज करते हैं।

mala Syari

ये लोग तो अपने ऑफिस में पैसे बनाते हैं... और अब टैक्स देने से डर रहे हैं? 😒 अगर ये इतने अमीर हैं, तो थोड़ा दे दें।

Kishore Pandey

नियमों का उल्लंघन करना अवैध है। यदि कंपनियों को इनके अनुपालन में कठिनाई हो रही है, तो उन्हें कानूनी सलाह लेनी चाहिए। यहाँ आलोचना करने की जरूरत नहीं है।

Kamal Gulati

क्या ये सब सिर्फ एक टैक्स के बारे में है? या हम एक ऐसे समाज के बारे में बात कर रहे हैं जहाँ शक्ति और प्रभाव की बात होती है? क्या ये आईटी कंपनियाँ वास्तव में नियमों के खिलाफ हैं... या वे सिर्फ अपनी अधिकारिता को बरकरार रखना चाहती हैं?

Atanu Pan

मैंने एक बार टैक्स फाइल किया था... बस एक बार। फिर कभी नहीं किया। बस एक बार ही बहुत था।

Pankaj Sarin

नियम बदलो या नियम तोड़ो... ये तो भारत है भाई! ये नहीं जानते कि क्या चल रहा है? 😎