IND बनाम ENG दूसरी T20: तिलक वर्मा की शानदार पारी से भारत की रोमांचक जीत

IND बनाम ENG दूसरी T20: तिलक वर्मा की शानदार पारी से भारत की रोमांचक जीत

भारत बनाम इंग्लैंड: चेन्नई में दूसरा T20 मुकाबला

चेन्नई के एम ए चिदंबरम स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे T20 मुकाबले में दर्शकों को एक ऐसा मुकाबला देखने को मिला जिसने क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया। भारतीय टीम ने रोमांचक तरीके से इंग्लैंड को दो विकेट से हराया, और इसका पूरा श्रेय युवा क्रिकेटर तिलक वर्मा की नाबाद 72 रन की शानदार पारी को जाता है। तिलक वर्मा के खेल की विशेषता यह रही कि उन्होंने अपनी धैर्ययुक्त बल्लेबाजी से इंग्लिश गेंदबाजों को धूल चटाई।

इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 166 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। उनके प्रमुख बल्लेबाज जोस बटलर ने 45 रनों की अच्छी पारी खेलते हुए टीम को एक ठोस शुरुआत दी, लेकिन भारतीय स्पिन गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी ने उन्हें ज्यादा बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया। एका में, अर्शदीप सिंह और वरुण चक्रवर्ती ने पावरप्ले में ही इंग्लैंड की बल्लेबाजी की जड़ें हिला दी।

तिलक वर्मा का मैच विजेता प्रदर्शन

भारत की बल्लेबाजी की शुरुआत भी संभल कर की गई, लेकिन मध्य क्रम में तिलक वर्मा ने अपनी अद्भुत बल्लेबाजी से भारत की जीत की नींव रखी। उनकी 55 गेंदों में 72 रन की पारी ने सभी क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया। उनकी इस पारी में चार चौके और पांच छक्के शामिल थे, जिसने इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया। तिलक वर्मा की यह पारी ऐसी थी जिसने उन्हें T20I क्रिकेट में बिना आउट हुए 300+ रन बनाने वाला पहला खिलाड़ी बना दिया।

जब मुकाबला आंतिम कुछ ओवरों में पहुंचा, तो भारत को जीत के लिए 18 गेंदों में 20 रनों की आवश्यकता थी। इस उत्तेजक स्थिति में तिलक वर्मा और रवि बिश्नोई ने अत्यंत प्रभावशाली क्रिकेट खेला, दोनों ने बिना दबाव में आए समझदारी से रन बटोरे। बिश्नोई ने ब्राइडन कार्स की गेंद पर मिडविकेट से एक रणनीतिक चौका मारा और बाद में लियाम लिविंगस्टोन की गेंद पर एक और चौका हासिल किया जिससे जीत की गूंज हो गई। अंत में तिलक ने अपनी सूझ-बूझ से एक मौकापरस्त ड्राइव खेली जिससे चार गेंद रहते ही भारत ने यह मुकाबला अपने नाम कर लिया।

इस शानदार जीत के साथ, भारत ने पांच मैच की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली है। यह भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण फायदा है और यह श्रृंखला को जीतने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जय-वीरू की तरह खेलते हुए इस मैच में तिलक वर्मा और रवि बिश्नोई जैसे खिलाड़ियों की जानदार जिम्मेदारी भरी भूमिका ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक नई उम्मीद को जन्म दिया है।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

Dev Toll

तिलक वर्मा ने तो बस एक मैच में सारे नियम तोड़ दिए।

utkarsh shukla

ये लड़का अगले साल वर्ल्ड कप का टीम इंडिया का दिल होगा। इंग्लैंड के गेंदबाज तो उसके सामने बच्चे लग रहे थे।

Amit Kashyap

इंग्लैंड के गेंदबाज तो बस बैठे रहे जैसे कोई गाना सुन रहे हो। तिलक ने उनकी गेंदों को चौके और छक्के में बदल दिया। जय हिंद!

mala Syari

अब ये युवा खिलाड़ी जो बार-बार नए नाम लेकर आते हैं, वो सब एक फैक्ट्री से निकलते हैं। तिलक वर्मा का नाम भी किसी ने बनाया होगा।

Kishore Pandey

तिलक वर्मा की पारी का विश्लेषण करें तो उन्होंने लगभग 78% गेंदों पर रन लिए, जिसमें 63% गेंदें लेगसाइड पर थीं। यह बेहद रणनीतिक बल्लेबाजी है।

Kamal Gulati

इंसान के अंदर जब जिंदगी की लड़ाई होती है, तो वो तिलक वर्मा की तरह खेलता है। दबाव में भी शांत रहना ही सच्ची ताकत है।

Atanu Pan

रवि बिश्नोई का वो चौका भी तो देखो। उसने बस गेंद को देखा और रन ले लिए। बिना जल्दबाजी के।

Pankaj Sarin

तिलक ने जो किया वो बस जादू था भाई गेंदबाज तो उसके सामने बस खड़े रह गए जैसे गुरु के सामने शिष्य

Mahesh Chavda

क्या ये भारतीय क्रिकेट बोर्ड का नया ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी है? नए खिलाड़ियों को बार-बार जबरदस्त बताना।

Sakshi Mishra

इस पारी में तिलक ने न केवल रन बनाए, बल्कि एक नई पीढ़ी के लिए एक नए अर्थ को जन्म दिया-जो धैर्य रखे, वो जीतता है।

Radhakrishna Buddha

अरे भाई, ये तो बस शुरुआत है। अगले मैच में वो 100 रन करेगा और फिर भी कहेगा कि बाकी गेंदें बची हैं।

Sukanta Baidya

इंग्लैंड के लिए ये टीम तो बस एक टूरिस्ट ग्रुप लग रही थी। भारत के गेंदबाजों ने उन्हें एक घूमने की जगह बना दिया।

Adrija Mohakul

मैंने देखा कि तिलक ने आखिरी ओवर में लियाम की गेंद पर फुटवर्क बहुत साफ रखा। वो बिल्कुल टेस्ट क्रिकेट की तरह खेल रहा था।

DEVANSH PRATAP SINGH

तिलक के बाद रवि बिश्नोई की भूमिका भी बहुत जरूरी थी। दोनों ने एक दूसरे को समझा और जीत बनाई। ये टीमवर्क है।

Dhananjay Khodankar

मैं तो बस ये कहना चाहता हूं कि अगर ये टीम इसी तरह खेलती रहे, तो अगले दो साल में दुनिया का सबसे खतरनाक T20 टीम बन जाएगी।

shyam majji

मैच का अंत बहुत शांत था। कोई चिल्लाहट नहीं। बस एक धीमी सी खुशी। जैसे एक अच्छी किताब का अंत।

shruti raj

ये सब फेक है। तिलक वर्मा को तो किसी ने नियंत्रित किया है। ये सब एक बड़ा रियलिटी शो है। इंग्लैंड के खिलाफ ये सब तैयारी पहले से हो रही थी।

Khagesh Kumar

बिश्नोई का वो चौका तो देखो। गेंद लगते ही बल्ला उठा दिया। बिना देखे बिना सोचे। ये ही असली क्रिकेट है।