हज भारत में लाखों लोगों का सालाना लक्ष्य है, इसलिए इस टैग पेज पर हम आपको सबसे नया अपडेट, यात्रा के टिप्स और आध्यात्मिक सलाह एक ही जगह देते हैं। चाहे आप पहली बार जाऍँ या पहले से कई बार, यहाँ की जानकारी आपके सफर को आसान बना देगी।
हज की तैयारी – क्या चाहिए?
सबसे पहला कदम है वीज़ा और पासपोर्ट चेक करना। हज के लिए ऑनलाइन विजिटर एंट्री सिस्टम (VIS) पर आवेदन करना आसान है, लेकिन समय सीमा को याद रखें—आमतौर पर यह साल की पहली छमाही में खुलता है। अगला कदम स्वास्थ्य संबंधी दस्तावेज़ हैं: दाने की वैक्सीन और यदि जरूरत हो तो कोविड‑19 प्रमाणपत्र। इन्हें बिना अपडेट के ले जाना मुश्किल बन सकता है।
पैकिंग में हल्के कपड़े, आरामदायक जूते और ज़रूरी औज़ार रखें—जैसे छोटा टॉर्च, जल बोतल और इबादत की किताब। बहुत सारे यात्रियों को पता नहीं रहता कि मक्का के मौसम में गर्मी कितनी तेज़ होती है; इसलिए सनग्लासेस और हाइड्रेशन पैक्स साथ रखना फायदेमंद रहेगा।
हज के मुख्य चरण – कब क्या करना?
हज की रस्में दो मुख्य हिस्सों में बाँटी जाती हैं: इहराम (आत्मा को शुद्ध करने वाला पोशाक) और विभिन्न रीतियाँ जैसे तवाफ़, सई आदि। इहराम पहनते ही आपका मनोभाव आध्यात्मिकता की ओर मोड़ें—यह चरण आपके पूरे सफर का मूल है। तवाफ़ के दौरान काबे के चारों ओर सात चक्कर लगाते हैं; इसे तेज़ी से नहीं बल्कि निश्चलता और सोच‑समझ से करना चाहिए।
सई में सिफा और मरवा पहाड़ी पर चलना होता है—यह 7 किलोमीटर की दूरी को दो बार पूरा करने जैसा लगता है, लेकिन सही जूते और नियमित पानी पीने से थकान कम होगी। कई लोग इस समय अपने साथ छोटे स्नैक्स ले जाते हैं; लेकिन अगर आप हल्का भोजन रखते हैं तो ऊर्जा स्तर स्थिर रहता है।
हज के दौरान सबसे ज़्यादा ध्यान रखना चाहिए—भले ही भीड़ में हों, आपका इरादा और शांति बनी रहे। यदि किसी को असुविधा या स्वास्थ्य समस्या हो, तो तुरंत मेडिकल स्टाफ से संपर्क करें; मक्का में कई अस्पताल 24 घंटे खुले रहते हैं।
आख़िर में, हज के बाद उमराह करने का विकल्प रहता है—यह छोटा यात्रा पैकेट है जो आपको घर लौटने पर भी शांति देता है। इसको प्लान करते समय अपने एजेण्ट से रिटर्न टिकट और आवास की पुष्टि कर लेनी चाहिए।
हज के बारे में कोई भी सवाल, चाहे वीज़ा प्रक्रिया या रस्मों की विस्तृत जानकारी, हमारे टैग पेज पर मिलेंगे। हम नियमित रूप से अपडेटेड समाचार और विशेषज्ञ सलाह जोड़ते रहते हैं—तो बस यहाँ बने रहें और अपना हज सफर बेफिक्र बनाएँ।
इस साल की हज यात्रा में 1,300 से अधिक लोगों की मृत्यु दर्ज की गई है, जिसमें अधिकांश मौतें अत्यधिक गर्मी के कारण हुई हैं। सऊदी स्वास्थ्य मंत्री अब्दुलरहमान अलालाजेल ने बताया कि 1,301 में से 83% पीड़ितों ने मक्का और उसके आसपास की गर्मी में लंबा सफर तय किया था। मृत्यु के कारणों में परिवर्तनशीलता देखी गई, लेकिन अधिकांश देशों ने गर्मी को मुख्य वजह माना है।