जब बात 45 बॉल शतक, अंतिम में 45 गेंदों में शतक बनाना, यानी 100+ रन जल्दी से जमा करना. इसे अक्सर 45‑Ball Century कहा जाता है, तो इसे समझना आसान हो जाता है। इस तरह की तेज़ सेंचुरी सिर्फ रन नहीं, बल्कि रफ़्तार और दबाव दोनों को दर्शाती है। 45 बॉल शतक क्रिकेट में एक विशेष माइलस्टोन है, क्योंकि यह बॉल‑टू‑बॉल निर्णय की तीव्रता को उजागर करता है।
यह ख़ास फॉर्मेट क्रिकेट, एक टीम खेल जिसमें बैट, बॉल और फील्डिंग की भूमिका होती है के अंदर पैदा हुआ है। आज‑कल के टी‑20 और आईपीएल मैचों में तेज़ रन बनाना टैक्टिकल जरूरत बन गया है, इसलिए 45 बॉल शतक अक्सर छोटे‑फॉर्मेट में मिलता है। लेकिन टेस्ट मैच में भी जब पिच बेकार हो या लक्ष्य बड़ा हो तो इस गति की जरूरत पड़ती है। इस कारण 45 बॉल शतक का महत्व सभी फॉर्मेट में समान रहता है।
45 बॉल शतक के प्रमुख पहलू
एक शतक, बट्टे पर 100 या उससे अधिक रन बनाना के साथ बॉल‑गणना का जोड़ बल्लेबाज़ की तकनीक का फॉर्मूला बन जाता है। अगर आप 45 बॉल शतक चाहते हैं तो आपको दो प्रमुख चीज़ें चाहिए: तेज़ स्कोरिंग के शॉट्स और बॉल की दिशा का सटीक पढ़ना। उदाहरण के तौर पर, साइड‑स्लाइस, पुल, और लुज हुक जैसे शॉट्स छोटा‑फॉर्मेट में अक्सर काम आते हैं, जबकि क्विक सिंगल्स और रनिंग बीच वीकली बॉल्स का इस्तेमाल लगातार रन बनाने में मदद करता है।
यहाँ कुछ मुख्य एट्रीब्यूट‑वैल्यू (EAV) हैं जो 45 बॉल शतक को परिभाषित करते हैं:
एट्रिब्यूट: बॉल‑टू‑बॉल रन दर – वैल्यू: औसत 2.2 रन/बॉल
एट्रिब्यूट: दबाव का प्रबंधन – वैल्यू: तेज़ फ़ील्डिंग के सामने जोखिम‑भरा अटैक
इन एट्रिब्यूट्स को समझकर ही खिलाड़ी लगातार 45 बॉल शतक का लक्ष्य रख सकते हैं।
जब हम इस टैग में दिखाए गए लेखों की बात करते हैं, तो कई खिलाड़ी ने 45 बॉल शतक या नज़दीकी तेज़ सेंचुरी का रिकॉर्ड बनाया है। उदाहरण के तौर पर, अमंजोत कौर ने 63* रन बनाए और तेज़ फ़ॉर्म में टीम को जीत दिलाई, जबकि सरज बुमराह की बॉलिंग भी तेज़ रन‑चेज़ को रोकती है। इसी तरह के कई केस स्टडीज़ नीचे दी गई पोस्टों में पढ़ेंगे।
इन सबको जोड़ते हुए हम देख सकते हैं कि 45 बॉल शतक सिर्फ रेकॉर्ड नहीं, बल्कि रणनीति, शॉट चयन, और मानसिक दृढ़ता का मिश्रण है। अब नीचे दी गई लेख सूची में आप इस फॉर्मेट से जुड़ी विभिन्न कहानियों, आँकड़ों और विशेषज्ञ विश्लेषणों को पाएँगे। यह आपको अपने खेल या पढ़ने में नया परिप्रेक्ष्य देगा।
23 मार्च को इशान किशन ने 45 गेंदों में 106* बनाकर सनराइजर्स को 286/6 का स्कोर दिया, जिससे राजस्थान रॉयल्स को 44 रन से हराया गया। यह शतक IPL 2025 में उनकी नई पहचान बन गया।