अगर आप तीरंदाजी के शौकीन हैं या इस खेल को समझना चाहते हैं, तो सही जगह पर आए हैं. यहाँ हम सबसे नई प्रतियोगिता परिणाम, खिलाड़ियों की प्रोफ़ाइल और अभ्यास के आसान टिप्स देंगे, ताकि आप अपने प्रदर्शन में सुधार कर सकें.
हालिया प्रतियोगिता परिणाम
पिछले हफ्ते आयोजित एशिया तीरंदाजी चैंपियनशिप में भारत ने दो स्वर्ण पदक जिता. पुरुष 10 मीटर एयर राइफल में अभिषेक सिंग ने 640 अंक बनाए, जबकि महिला 10 मीटर एअर पिस्टल में रीता कुमारी ने 592 अंक के साथ शीर्ष स्थान पर रह गईं. इन जीतों से भारत की कुल स्कोरबोर्ड पर सात पॉइंट जुड़ गये.
दुर्भाग्यवश, कुछ युवा तीरंदाज़ों को लक्ष्य तक पहुँचने में कठिनाई रही. उनका मुख्य कारण प्रशिक्षण सुविधाओं का अभाव और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचिंग की कमी बताया गया है. लेकिन सरकार ने जल्द ही नई शूटिंग रेंज खोलने की योजना बतायी है, जिससे इस समस्या पर काम होगा.
तीरंदाजी टिप्स और प्रशिक्षण
एक बेहतर शूटर बनने के लिए पाँच बुनियादी बातों को याद रखें. पहले, सही ग्रिप बहुत ज़रूरी है; हथेली को हल्का फिसलना चाहिए लेकिन बंद नहीं. दूसरा, सांस लेना-छोड़ना लक्ष्य पर स्थिरता देता है – हर शॉट से पहले एक गहरी साँस लें और धीरे‑धीरे छोड़ें.
तीसरा, आँखों की फोकसिंग अभ्यास करें. दूरी के निशाने को साफ़ देख कर ही तीर निकालें; यदि जरूरत हो तो लेंस या बायोमिक्स का प्रयोग करें. चौथा, लगातार प्रशिक्षण रूटीन बनाएं – रोज़ 30 मिनट से शुरू करके धीरे‑धीरे समय बढ़ाएँ.
आखिरी बात है मानसिक तैयारी. प्रतियोगिता में तनाव कम करने के लिए विज़ुअलाइज़ेशन तकनीक अपनाएँ: अपने शॉट को सफल होते हुए मन में देखिए, इससे आत्मविश्वास बढ़ता है.
अगर आप शुरुआती हैं तो स्थानीय क्लब में जुड़ें और अनुभवी कोच से फीडबैक लें. कई बार ऑनलाइन ट्यूटोरियल भी मददगार साबित होते हैं, लेकिन व्यक्तिगत निरीक्षण की कीमत नहीं ली जा सकती.
साउंड्रा पर नियमित रूप से तीरंदाजी के अपडेट पढ़ते रहें – यहाँ आपको नयी प्रतियोगिताओं, स्कोर अपडेट और एक्सपर्ट टिप्स मिलेंगे. अपने खेल को बेहतर बनाना अब आसान है, बस थोड़ा ध्यान और सही जानकारी चाहिए.
पेरिस पैरालिंपिक्स में भारतीय पैराअथलीट शीतल देवी ने बिना बाजुओं के शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने महिला इंडिविजुअल कंपाउंड ओपन रैंकिंग राउंड में 703 अंक हासिल किए और ग्रेट ब्रिटेन की फोएबी पाइन पैटरसन के 698 अंक के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया।