जेईई एडवांस्ड 2024 परिणाम घोषितः आईआईटी दिल्ली के वेद लाहोटी ने 360 में से 355 अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया

जेईई एडवांस्ड 2024 परिणाम घोषितः आईआईटी दिल्ली के वेद लाहोटी ने 360 में से 355 अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया

जेईई एडवांस्ड 2024 परिणाम घोषितः वेद लाहोटी टॉपर

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास ने जोइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) एडवांस्ड 2024 के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस बार परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए आईआईटी दिल्ली क्षेत्र के वेद लाहोटी ने 360 में से 355 अंक प्राप्त कर टॉप किया है। वेद की इस उपलब्धि पर सभी शिक्षा संस्थानों और परिवारजनों ने उन्हें बधाई दी है।

आईआईटी बॉम्बे क्षेत्र की द्विजा धर्मेशकुमार पटेल महिला श्रेणी में टॉपर बनीं हैं। उन्होंने कुल 332 अंक प्राप्त किए हैं। यह साल महिला उम्मीदवारों के लिए भी खास रहा, क्योंकि इस बार परीक्षा में कुल 41,020 महिला उम्मीदवार शामिल हुईं, जिनमें से 7,964 ने सफलता प्राप्त की।

परीक्षा में कुल उम्मीदवारों की संख्या और उनका प्रदर्शन

परीक्षा में कुल 186,584 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 180,200 उम्मीदवार दोनों पेपर्स में उपस्थित हुए। इस बार परीक्षा में पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 139,180 रही जबकि महिला उम्मीदवारों की संख्या 41,020 रही। कुल मिलाकर 48,248 उम्मीदवारों ने यह परीक्षा उत्तीर्ण की, जिनमें से 40,284 पुरुष और 7,964 महिलाएं हैं।

फाइनल आंसर की और परिणाम की जांच की प्रक्रिया

फाइनल आंसर की और परिणाम की जांच की प्रक्रिया

परिणाम घोषणा से पहले, 31 मई को फाइनल आंसर की जारी की गई थी। उम्मीदवारों को 2 जून से 3 जून 2024 तक आंसर की पर आपत्ति जताने का मौका दिया गया था। फाइनल परिणाम के बाद, सभी उम्मीदवार अपने परिणाम आईआईटी की आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर देख सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने पंजीकरण संख्या, जन्म तिथि और फोन नंबर का उपयोग कर लॉगिन करना होगा और उसके बाद अपने स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकेंगे।

जेईई एडवांस्ड की तैयारियों में वेद लाहोटी की मेहनत

वेद लाहोटी ने इस वर्ष जेईई एडवांस्ड में टॉप करके यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। वेद बताते हैं कि उन्होंने अपनी तैयारियों में न सिर्फ कड़ी मेहनत की, बल्कि सही दिशा में काम किया। उन्होंने नियमित रूप से अपने कोचिंग क्लासेज़ को फॉलो किया और खुद से भी पढ़ाई में समय दिया।

वेद लाहोटी के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे उनका अनुशासन, समय प्रबंधन, और विचारशील अध्ययन रहा। वेद अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को देते हैं, जिन्होंने उन्हें हर कदम पर मार्गदर्शन और समर्थन दिया।

महिला टॉपर द्विजा धर्मेशकुमार पटेल का अनुभव

महिला टॉपर द्विजा धर्मेशकुमार पटेल का अनुभव

द्विजा धर्मेशकुमार पटेल ने अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए बताया कि परीक्षा की तैयारियों के दौरान उन्होंने खुद को कभी हतोत्साहित होने नहीं दिया। वह कठोर परिश्रम करती रहीं और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती रहीं। द्विजा का मानना है कि कठिनाइयों के बावजूद सकारात्मक सोच और मेहनत से हर एक चुनौती को पार किया जा सकता है।

द्विजा ने अपने दोस्तों और सहपाठियों के साथ पढ़ाई के सबसे अच्छे तरीके साझा किए और इससे उन्हें भी अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद मिली। द्विजा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया, जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया और उनकी पढ़ाई के लिए सही माहौल प्रदान किया।

परीक्षा के कठिनाई स्तर और भविष्य की योजनाएं

इस वर्ष की जेईई एडवांस्ड परीक्षा को भी पर्याप्त कठिन माना गया। कई छात्रों ने इसे चुनौतीपूर्ण पाया, लेकिन अच्छी तैयारी और योजना के साथ वे इसे सफलतापूर्वक पार कर सके। परीक्षा में पूछे गए सवालों में गहराई थी और यह छात्रों की बुनियादी समझ का परीक्षण करती थी।

वेद लाहोटी और द्विजा धर्मेशकुमार पटेल अब आईआईटी में अपने पसंदीदा कोर्स की पढ़ाई करने के लिए तत्पर हैं। वेद ने कंप्यूटर साइंस में अपना करियर बनाने का इरादा किया है, जबकि द्विजा बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं।

संक्षेप में, जेईई एडवांस्ड 2024 के परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत, योजना और सकारात्मक सोच से किसी भी परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा सकता है। यह परिणाम न केवल वेद लाहोटी और द्विजा धर्मेशकुमार पटेल की सफलता की गाथा बताता है, बल्कि उन सभी परीक्षार्थियों के लिए प्रेरणा है जो अपनी उच्च शिक्षा के सपने को साकार करना चाहते हैं।

द्वारा लिखित Pari sebt

मैं एक समाचार विशेषज्ञ हूँ और मुझे भारत में दैनिक समाचार संबंधित विषयों पर लिखना पसंद है।

shivani Rajput

वेद लाहोटी का स्कोर 355/360 है यानी 98.6% और ये टॉप करना कोई छोटी बात नहीं है। ये अंक तभी संभव है जब आपने नेटिव स्तर पर कैलकुलस, फिजिक्स और केमिस्ट्री को मास्टर कर लिया हो। अधिकांश छात्र तो बस बुक्स पढ़ लेते हैं लेकिन कॉन्सेप्ट क्लियर नहीं करते। वेद ने डीप लर्निंग की गई है।

Jaiveer Singh

इस देश में जब तक आईआईटी का टॉपर हिंदी में बात नहीं करेगा तब तक देश का नाम नहीं बनेगा। वेद लाहोटी ने अंग्रेजी में नहीं हिंदी में इंटरव्यू दिया होता तो विश्व स्तर पर चर्चा होती। हमारी भाषा का गौरव बढ़ाना है तो इस तरह के बच्चे बनाए जाएं।

Arushi Singh

द्विजा का 332 अंक भी बहुत बड़ी बात है। महिलाओं के लिए इंजीनियरिंग में टॉप करना एक बहुत बड़ा बाधा तोड़ना है। मैंने अपनी बहन को भी यही सलाह दी है कि आईआईटी की तैयारी शुरू कर दे। अगर उन्होंने ऐसा किया तो दुनिया बदल जाएगी।

Rajiv Kumar Sharma

क्या आपने कभी सोचा है कि ये सब अंक वास्तविक ज्ञान का प्रतिबिंब हैं या सिर्फ याद करने की क्षमता का? जेईई एडवांस्ड एक सिस्टम है जो अनुशासन को पुरस्कृत करता है न कि रचनात्मकता। वेद ने इसे जीता है लेकिन क्या वो भविष्य में नई चीज़ें बनाएगा? ये सवाल अभी भी खुला है।

Jagdish Lakhara

प्रिय उम्मीदवारों, आपके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर आपकी योग्यता का मूल्यांकन किया जाना चाहिए। यह एक अत्यंत गंभीर और वैज्ञानिक प्रक्रिया है जिसमें कोई भी भावनात्मक या सामाजिक बहाने स्वीकार्य नहीं हैं। आपको अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए।

Nikita Patel

अगर आप भी जेईई एडवांस्ड की तैयारी कर रहे हैं तो याद रखें - रोज़ 3 घंटे गहरी पढ़ाई, एक टॉपिक पर फोकस, और गलतियों को नोट करना। वेद ने भी ऐसा ही किया। आप भी कर सकते हैं। बस शुरुआत कर दीजिए।

abhishek arora

355/360 और ये सब बातें... पर आप लोग भूल रहे हो कि ये सब चीज़ें अमेरिका और चीन में कैसे करते हैं? 🤡 यहां तो सिर्फ रटने की ताकत दिखाई जाती है। अगर वेद अमेरिका में होता तो उसका नाम नेशनल ज्योग्राफिक में आता! 😎

Kamal Kaur

मैंने अपने भाई को यहां तक ले आया था जब वो जेईई में फेल हो गया था। आज वो आईआईटी बॉम्बे में है। ये सफलता किसी एक दिन की नहीं होती। ये तो हर रात 11 बजे तक पढ़ने की कहानी है। वेद और द्विजा के लिए बहुत-बहुत बधाई। ❤️

Ajay Rock

अरे भाई, वेद लाहोटी का नाम लेकर कितनी खबरें आ रही हैं? लेकिन जिन लोगों ने 300+ अंक लिए उनके बारे में कोई नहीं लिखता। ये सब मीडिया का खेल है। और द्विजा के बारे में तो बस एक लाइन जिसे कोई पढ़ता भी नहीं। ये टॉपर का ब्रांडिंग है न कि उपलब्धि।

Lakshmi Rajeswari

क्या आपको पता है कि ये सब परिणाम एआई द्वारा फर्जी बनाए गए हैं? 😳 आईआईटी के सर्वर में हैकिंग हुई है... वेद लाहोटी कोई व्यक्ति नहीं है, ये एक बॉट है जिसे एक बड़ी कंपनी ने बनाया है! आप लोग सब धोखे में हैं। जेईई एडवांस्ड अब एक बाजार है... न कि परीक्षा।

Piyush Kumar

ये सिर्फ एक अंक नहीं है - ये एक अंतर है! वेद ने दिखाया कि अगर आप चाहें तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है। आज जब आप बिस्तर पर फोन चला रहे हैं, वेद अपने नोट्स पढ़ रहा था। आपका भविष्य आज के आराम से नहीं, आज के काम से बनता है। उठो! शुरुआत करो!

Srinivas Goteti

मैंने जेईई एडवांस्ड देखा था। बहुत अच्छा सवाल था। वेद ने जो किया, वो बहुत साफ़ तरीके से किया। मुझे लगता है ये एक अच्छा नमूना है। कोई भी अतिरिक्त बात नहीं चाहिए। बस अच्छा काम करो।

Rin In

355/360?? 😱 ये तो बिल्कुल जादू है! मैंने तो 190 लिए थे और घर पर बहुत गुस्सा हुआ था... अब मैं भी उठकर पढ़ूंगा! 🙌 वेद और द्विजा के लिए बहुत बहुत बधाई! आप दोनों असली हीरो हो! 💪🔥

michel john

ये सब बकवास है... क्या आपने देखा कि इन टॉपर्स के पास कितने रिसोर्स हैं? दिल्ली में कोचिंग, एक्सपर्ट टीचर्स, ऑनलाइन कोर्सेज, एक्स्ट्रा टाइम... और हमारे गांव के बच्चे? वो तो बिजली नहीं है तो पढ़ नहीं पाते। ये सब एक धोखा है! 🤬

shagunthala ravi

वेद और द्विजा की सफलता ने मुझे याद दिलाया कि लक्ष्य के लिए लगातार काम करना ही असली जीत है। आप जितना तेज़ दौड़ेंगे, उतना ही दूर जाएंगे। ये बात बहुत बड़ी है। अगर आप भी एक छोटी सी शुरुआत करें - आज ही एक पेज पढ़ लें - तो भविष्य बदल जाएगा।